Home रायगढ़ सैकड़ों किसानों का टोकन संकट पर हंगामा,सड़क पर चक्का जाम करने बैठने के बाद कर्मचारियों ने लिए संज्ञान ,विधायक उत्तरी जांगड़े ने दिया समर्थन  कलेक्टर को पत्र लिखकर खरीदी लिमिट बढ़ाने की मांग

सैकड़ों किसानों का टोकन संकट पर हंगामा,सड़क पर चक्का जाम करने बैठने के बाद कर्मचारियों ने लिए संज्ञान ,विधायक उत्तरी जांगड़े ने दिया समर्थन  कलेक्टर को पत्र लिखकर खरीदी लिमिट बढ़ाने की मांग

by P. R. Rajak Chief Editor
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सैकड़ों किसानों का टोकन संकट पर हंगामा,सड़क पर चक्का जाम करने बैठने के बाद कर्मचारियों ने लिए संज्ञान ,विधायक उत्तरी जांगड़े ने दिया समर्थन
कलेक्टर को पत्र लिखकर खरीदी लिमिट बढ़ाने की मांग

सारंगढ़। सेवा सहकारी समिति कोसीर के उप धान खरीदी केंद्र में शनिवार को टोकन कटने में आ रही समस्या को लेकर सैकड़ों किसान आक्रोशित हो गए। किसानों ने पहले मंडी के पास कोसीर–सारंगढ़ मार्ग पर चक्का जाम करने के उद्देश्य से बैठ गए थे। सूचना मिलते ही कोसीर पुलिस मौके पर पहुँची और किसानों को समझाइश दी, जिसके बाद सभी धान खरीदी केंद्र में पहुंचे।

इसी बीच सारंगढ़ विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े भी किसानों के समर्थन में मौके पर पहुंचीं। उन्होंने केंद्र में मौजूद कर्मचारियों को सभी किसानों के टोकन जारी करने के निर्देश दिए। परंतु कर्मचारियों ने सिस्टम की लिमिट का हवाला देते हुए एक साथ सभी किसानों के टोकन काटने में असमर्थता जताई। स्थिति बिगड़ते देख विधायक प्रतिनिधि गणपत जांगड़े ने सहकारिता विभाग के अधिकारियों से फोन पर चर्चा करते हुए तत्काल समाधान की मांग की।

बातचीत के बाद कर्मचारियों ने किसानों के टोकन काटने की प्रक्रिया शुरू की। इसके बावजूद किसानों ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि यदि सोमवार तक खरीदी की सीमा और ऑनलाइन टोकन की लिमिट नहीं बढ़ाई गई, तो वे बड़ा आंदोलन करने मजबूर होंगे।

विधायक उत्तरी जांगड़े ने भी किसानों की समस्याओं को उचित बताते हुए कहा कि यदि व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो वह स्वयं किसानों के साथ आंदोलन में उतरेंगी। उन्होंने वर्तमान स्थिति के लिए शासन-प्रशासन की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि किसान अपनी मेहनत की फसल बेचने के लिए दर-दर भटक रहे हैं।

किसानों की परेशानी को गंभीरता से लेते हुए विधायक जांगड़े ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर ऑफलाईन टोकन व ऑनलाइन टोकन कटने की लिमिट और धान खरीदी सीमा में तत्काल वृद्धि करने की मांग की है। किसानों का कहना है कि यदि व्यवस्था नहीं सुधरी तो आने वाले दिनों में आंदोलन और तीव्र होगा।

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