Home रायगढ़ सरपंच व पंचो ने सचिव व करारोपण अधिकारी पर प्रस्ताव में कूट रचना कर अपात्रों को तालाब आबंटित करने के आरोप की , कलेक्टर ने कराई जांच ,तहसीलदार जवं टीम ने किया जांच

सरपंच व पंचो ने सचिव व करारोपण अधिकारी पर प्रस्ताव में कूट रचना कर अपात्रों को तालाब आबंटित करने के आरोप की , कलेक्टर ने कराई जांच ,तहसीलदार जवं टीम ने किया जांच

by P. R. Rajak Chief Editor
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सरपंच व पंचो ने सचिव व करारोपण अधिकारी पर प्रस्ताव में कूट रचना कर अपात्रों को तालाब आबंटित करने के आरोप की , कलेक्टर ने कराई जांच सारंगढ़ पूर्व में  ग्राम पंचायत उलखर के सरपंच श्रीमती संतोषी सिदार एवं पंचो ने कलेक्टर से शिकायत किया है कि विगत बारह अगस्त को पंचायत भवन की बैठक में सरपंच, पंचो, सचिव व करारोपण ने प्रस्ताव किया था जिसमें गांव की तीन महिला समूहों को तालाब को दस वर्ष के लीज पर दिए जाने हेतु पात्र घोषित किया था परंतु सचिव एवं करारोपण द्वारा मिली भगत करके पंचायत बैठक के उक्त प्रस्ताव के आखिरी पन्ने को बदलकर अपात्र समितियों को आबंटित करा दिया जिसका प्रमाण उक्त आखिरी पन्ने की आखिरी दस लाईनें अलग राईटिंग में लिखीं गई हैं तथा सरपंच संतोषी सिदार ने बताया कि उन्होंने बैठक रजिस्टर व उक्त प्रस्ताव का पीडीएफ बनाकर रखा था  व सचिव व करारोपण ने सरपंच के बताए अनुसार उन्हें व पंचो के साथ ही साथ  कलेक्टर को भी धोखे में रखकर इसकी रजिस्ट्री की अनुमति भी ले लिया और सबसे बडे आश्चर्य की बात तो यह है कि कलेक्टर ने जिस दिन रजिस्ट्री की अनुमति दिया ठीक उसी ही दिन उक्त तीनों तालाबों की रजिस्ट्री भी हो गई तथा इसका पता सरपंच को उक्त तालाबों के दस वर्ष के लीज पर दिए जाने की रजिस्ट्री होने के बाद पता चल पाया।बहरहाल उक्त सम्बंध में कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू ने बताया कि उक्त सम्बंध में शिकायत प्राप्त हुई है जिस पर एसडीएम को जांच के निर्देश दिया गया है तथा एसडीएम के निर्देश पर पर तहसीलदार सारंगढ सूर्यवंशी के नेतृत्व में टीम द्वारा विगत दिनों जांच किया गया जिसके सबंध में तहसीलदार ने बताया कि उक्त मामले में सभी सम्बोधितों के बयान व दस्तावेज लिए गए हैं जिसके आधार पर जांच प्रतिवेदन उच्चाधिकारियों को.सौंपा जाएगा।
सारंगढ़ पूर्व में  ग्राम पंचायत उलखर के सरपंच श्रीमती संतोषी सिदार एवं पंचो ने कलेक्टर से शिकायत किया है कि विगत बारह अगस्त को पंचायत भवन की बैठक में सरपंच, पंचो, सचिव व करारोपण ने प्रस्ताव किया था जिसमें गांव की तीन महिला समूहों को तालाब को दस वर्ष के लीज पर दिए जाने हेतु पात्र घोषित किया था परंतु सचिव एवं करारोपण द्वारा मिली भगत करके पंचायत बैठक के उक्त प्रस्ताव के आखिरी पन्ने को बदलकर अपात्र समितियों को आबंटित करा दिया जिसका प्रमाण उक्त आखिरी पन्ने की आखिरी दस लाईनें अलग राईटिंग में लिखीं गई हैं तथा सरपंच संतोषी सिदार ने बताया कि उन्होंने बैठक रजिस्टर व उक्त प्रस्ताव का पीडीएफ बनाकर रखा था  व सचिव व करारोपण ने सरपंच के बताए अनुसार उन्हें व पंचो के साथ ही साथ  कलेक्टर को भी धोखे में रखकर इसकी रजिस्ट्री की अनुमति भी ले लिया और सबसे बडे आश्चर्य की बात तो यह है कि कलेक्टर ने जिस दिन रजिस्ट्री की अनुमति दिया ठीक उसी ही दिन उक्त तीनों तालाबों की रजिस्ट्री भी हो गई तथा इसका पता सरपंच को उक्त तालाबों के दस वर्ष के लीज पर दिए जाने की रजिस्ट्री होने के बाद पता चल पाया।बहरहाल उक्त सम्बंध में कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू ने बताया कि उक्त सम्बंध में शिकायत प्राप्त हुई है जिस पर एसडीएम को जांच के निर्देश दिया गया है तथा एसडीएम के निर्देश पर पर तहसीलदार सारंगढ सूर्यवंशी के नेतृत्व में टीम द्वारा विगत दिनों जांच किया गया जिसके सबंध में तहसीलदार ने बताया कि उक्त मामले में सभी सम्बोधितों के बयान व दस्तावेज लिए गए हैं जिसके आधार पर जांच प्रतिवेदन उच्चाधिकारियों को.सौंपा जाएगा। जबकि इसके सम्बंध में जहाँ एक ओर सचिव ने तालाब आबंटन का प्रस्ताव दिया है वहीं दूसरी ओर एक पत्र में सचिव ने तालाब आबंटन ने सभी पंचों व सरपंच के एकमत ना होने की बात भी लिखा है।

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