Home रायगढ़ Raigarh News, aghoreshwar janmotsav,: बनोरा में अघोरा नाम परों मंत्रम नास्ति तत्वम गुरोः परम् की गूंज,अघोर गुरु पीठ ट्रस्ट मे पूज्य अघोरेश्वर के जन्मोत्सव की धूम

Raigarh News, aghoreshwar janmotsav,: बनोरा में अघोरा नाम परों मंत्रम नास्ति तत्वम गुरोः परम् की गूंज,अघोर गुरु पीठ ट्रस्ट मे पूज्य अघोरेश्वर के जन्मोत्सव की धूम

by P. R. Rajak
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Raigarh News: अघोर गुरु पीठ ट्रस्ट बनोरा में आज पूज्य अघोरेश्वर के जन्मोत्सव पर अघोरा नाम परों मंत्रम नास्ति तत्वम गुरोः परम् का मंत्र गूंजता रहा। छग के विभिन्न जिलों में निवासरत अघोर पंथियों में आज पूज्य अघोरेश्वर के जन्मोत्सव पर बनोरा में अघोरेश्वर की प्रतिमा के दर्शन कर प्रिय शिष्य बाबा प्रियदर्शी राम जी का आशीर्वाद लिया। जहां आश्रम में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम की श्रृंखला जारी रही वही पूज्य अघोरेश्वर भगवान राम के जन्मोत्सव पर अघोर पंथ से जुड़े अनुयाइयों ने प्रातः के जी एच चिकित्सालय मेडिकल कॉलेज, मातृ शिशु अस्पताल में मौजूद मरीजों सहित मुखबधिर आश्रम, घरौंदा आश्रम, वृद्धा आश्रम, कुष्ट आश्रम जुर्डा में निवासरत लोगो के मध्य फल का वितरण किया। सभी संस्था में निवासरत लोग अघोरेश्वर के जन्मोत्सव पर प्रसाद पाकर धन्य हो गए। पूज्य अघोरेश्वर के जन्मोत्सव को लेकर आज प्रातः अघोर गुरु पीठ ट्रस्ट बनोरा में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।


श्री गुरु चरण पादुका पूजन

अघोर गुरु पीठ ट्रस्ट बनोरा में आज प्रातः 8 बजे पूज्य बाबा प्रियदर्शी राम जी द्वारा श्री गुरु चरण पादुका पूजन किया गया। उसके बाद 8.30 बजे सामूहिक आरती की गई । प्रातः 8.40 से 9.30 बजे तक सामूहिक गुरु गीता के पाठ के बाद 9.30 बजे से 11.30 बजे तक सामूहिक हवन का आयोजन संपन्न हुआ। इसी समयावधि में प्रातः 10 बजे से अपरान्ह 4 बजे तक डभरा की भजन मंडली द्वारा अघोरेश्वर से जुड़े भक्ति गीतों की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। मध्यान्ह 12 बजे से शाम 4 बजे तक महिला पुरुष एवं बच्चो कतार बद्ध होकर श्रद्धा भाव से प्रसाद ग्रहण किया । आशीर्वचन के पूर्व भक्ति गीत की प्रस्तुति के साथ व्यवस्थापक मंडल के द्वारा प्राकट्य दिवस पर आयोजन के संबध में विस्तार से जानकारी दी गई। शाम 4.30 बजे से पूज्य पाद बाबा प्रियदर्शी राम जी के श्री मुख से आशीर्वचन सुनने भीड़ जुटी रही। 4.30 बजे संत बाबा प्रियदर्शी राम जी ने पूज्य अघोरेश्वर के जीवन से जुड़े संस्मरण सुनाए साथ ही आशीर्वचन के जरिए मानव जीवन के आध्यात्मिक पहलुओं पर प्रकाश डाला।

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