उन्होंने बताया कि जिले के तीनों विकासखंडों में परख सर्वेक्षण के लिए 93 शासकीय और अशासकीय विद्यालयों को रैंडम सैंपलिंग के माध्यम से चुना गया है। परख सर्वेक्षण मे पूरी तरह से पारदर्शिता बनी रहे,इसके लिए जिला शिक्षा विभाग सजग है। डीईओ पटेल ने कहा कि परख सर्वेक्षण 2024 के लिए बनाए गए सभी 93 विद्यालयों का निरीक्षण कर वहां की सुविधाएं जांची गई है और संबंधित शिक्षकों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए परख सर्वेक्षण केंद्र उनके स्कूलों को ही बनाया गया है। परीक्षा पूरी तरह पारदर्शिता और परीक्षा मानदंडों के अनुरूप हो,ये सुनिश्चित किया गया है। डीईओ पटेल ने कहा कि परख सर्वेक्षण मे हर कक्षा के लिए अधिकतम 30 बच्चों को शामिल किया जाएगा। परख सर्वेक्षण में नवगठित जिला का प्रदर्शन बेहतर हो,इसके लिए जिला प्रशासन और जिला शिक्षा विभाग पूरी सजगता, सक्रियता और समन्वय से कार्य कर रहे हैं। जिला कलेक्टर धर्मेश साहू परख सर्वेक्षण की तैयारियों की निगरानी स्वयं कर रहे हैं। डीईओ पटेल ने कहा कि परख सर्वेक्षण 2024 की सफलता के लिए बच्चों का तीन बार मॉक टेस्ट लिया गया है। परख सर्वेक्षण की तकनीकी सहायक सत्येंद्र बसंत ने बताया कि कक्षा तीसरी,छठवीं और नवमी के बच्चे परख सर्वेक्षण में शामिल होंगे। तीसरी और छठवीं के विद्यार्थी भाषा,गणित और पर्यावरण तथा नवमी कहा के बच्चों का भाषा,गणित,विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों का ज्ञान परखा जाएगा। परख सर्वेक्षण ओएमआर सीट पर लिया जाएगा। डीईओ एलपी पटेल की पदस्थापना काल से ही जमीनी स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने हरसंभव प्रयास किया जा रहा है,जिसका असर परख सर्वेक्षण में देखने को मिलेगा।उन्होंने बताया कि जिले के तीनों विकासखंडों में परख सर्वेक्षण के लिए 93 शासकीय और अशासकीय विद्यालयों को रैंडम सैंपलिंग के माध्यम से चुना गया है। परख सर्वेक्षण मे पूरी तरह से पारदर्शिता बनी रहे,इसके लिए जिला शिक्षा विभाग सजग है। डीईओ पटेल ने कहा कि परख सर्वेक्षण 2024 के लिए बनाए गए सभी 93 विद्यालयों का निरीक्षण कर वहां की सुविधाएं जांची गई है और संबंधित शिक्षकों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए परख सर्वेक्षण केंद्र उनके स्कूलों को ही बनाया गया है। परीक्षा पूरी तरह पारदर्शिता और परीक्षा मानदंडों के अनुरूप हो,ये सुनिश्चित किया गया है। डीईओ पटेल ने कहा कि परख सर्वेक्षण मे हर कक्षा के लिए अधिकतम 30 बच्चों को शामिल किया जाएगा। परख सर्वेक्षण में नवगठित जिला का प्रदर्शन बेहतर हो,इसके लिए जिला प्रशासन और जिला शिक्षा विभाग पूरी सजगता, सक्रियता और समन्वय से कार्य कर रहे हैं। जिला कलेक्टर धर्मेश साहू परख सर्वेक्षण की तैयारियों की निगरानी स्वयं कर रहे हैं। डीईओ पटेल ने कहा कि परख सर्वेक्षण 2024 की सफलता के लिए बच्चों का तीन बार मॉक टेस्ट लिया गया है। परख सर्वेक्षण की तकनीकी सहायक सत्येंद्र बसंत ने बताया कि कक्षा तीसरी,छठवीं और नवमी के बच्चे परख सर्वेक्षण में शामिल होंगे। तीसरी और छठवीं के विद्यार्थी भाषा,गणित और पर्यावरण तथा नवमी कहा के बच्चों का भाषा,गणित,विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों का ज्ञान परखा जाएगा। परख सर्वेक्षण ओएमआर सीट पर लिया जाएगा। डीईओ एलपी पटेल की पदस्थापना काल से ही जमीनी स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने हरसंभव प्रयास किया जा रहा है,जिसका असर परख सर्वेक्षण में देखने को मिलेगा।उन्होंने बताया कि जिले के तीनों विकासखंडों में परख सर्वेक्षण के लिए 93 शासकीय और अशासकीय विद्यालयों को रैंडम सैंपलिंग के माध्यम से चुना गया है। परख सर्वेक्षण मे पूरी तरह से पारदर्शिता बनी रहे,इसके लिए जिला शिक्षा विभाग सजग है। डीईओ पटेल ने कहा कि परख सर्वेक्षण 2024 के लिए बनाए गए सभी 93 विद्यालयों का निरीक्षण कर वहां की सुविधाएं जांची गई है और संबंधित शिक्षकों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए परख सर्वेक्षण केंद्र उनके स्कूलों को ही बनाया गया है। परीक्षा पूरी तरह पारदर्शिता और परीक्षा मानदंडों के अनुरूप हो,ये सुनिश्चित किया गया है। डीईओ पटेल ने कहा कि परख सर्वेक्षण मे हर कक्षा के लिए अधिकतम 30 बच्चों को शामिल किया जाएगा। परख सर्वेक्षण में नवगठित जिला का प्रदर्शन बेहतर हो,इसके लिए जिला प्रशासन और जिला शिक्षा विभाग पूरी सजगता, सक्रियता और समन्वय से कार्य कर रहे हैं। जिला कलेक्टर धर्मेश साहू परख सर्वेक्षण की तैयारियों की निगरानी स्वयं कर रहे हैं। डीईओ पटेल ने कहा कि परख सर्वेक्षण 2024 की सफलता के लिए बच्चों का तीन बार मॉक टेस्ट लिया गया है। परख सर्वेक्षण की तकनीकी सहायक सत्येंद्र बसंत ने बताया कि कक्षा तीसरी,छठवीं और नवमी के बच्चे परख सर्वेक्षण में शामिल होंगे। तीसरी और छठवीं के विद्यार्थी भाषा,गणित और पर्यावरण तथा नवमी कहा के बच्चों का भाषा,गणित,विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों का ज्ञान परखा जाएगा। परख सर्वेक्षण ओएमआर सीट पर लिया जाएगा। डीईओ एलपी पटेल की पदस्थापना काल से ही जमीनी स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने हरसंभव प्रयास किया जा रहा है,जिसका असर परख सर्वेक्षण में देखने को मिलेगा।उन्होंने बताया कि जिले के तीनों विकासखंडों में परख सर्वेक्षण के लिए 93 शासकीय और अशासकीय विद्यालयों को रैंडम सैंपलिंग के माध्यम से चुना गया है। परख सर्वेक्षण मे पूरी तरह से पारदर्शिता बनी रहे,इसके लिए जिला शिक्षा विभाग सजग है। डीईओ पटेल ने कहा कि परख सर्वेक्षण 2024 के लिए बनाए गए सभी 93 विद्यालयों का निरीक्षण कर वहां की सुविधाएं जांची गई है और संबंधित शिक्षकों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए परख सर्वेक्षण केंद्र उनके स्कूलों को ही बनाया गया है। परीक्षा पूरी तरह पारदर्शिता और परीक्षा मानदंडों के अनुरूप हो,ये सुनिश्चित किया गया है। डीईओ पटेल ने कहा कि परख सर्वेक्षण मे हर कक्षा के लिए अधिकतम 30 बच्चों को शामिल किया जाएगा। परख सर्वेक्षण में नवगठित जिला का प्रदर्शन बेहतर हो,इसके लिए जिला प्रशासन और जिला शिक्षा विभाग पूरी सजगता, सक्रियता और समन्वय से कार्य कर रहे हैं। जिला कलेक्टर धर्मेश साहू परख सर्वेक्षण की तैयारियों की निगरानी स्वयं कर रहे हैं। डीईओ पटेल ने कहा कि परख सर्वेक्षण 2024 की सफलता के लिए बच्चों का तीन बार मॉक टेस्ट लिया गया है। परख सर्वेक्षण की तकनीकी सहायक सत्येंद्र बसंत ने बताया कि कक्षा तीसरी,छठवीं और नवमी के बच्चे परख सर्वेक्षण में शामिल होंगे। तीसरी और छठवीं के विद्यार्थी भाषा,गणित और पर्यावरण तथा नवमी कहा के बच्चों का भाषा,गणित,विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों का ज्ञान परखा जाएगा। परख सर्वेक्षण ओएमआर सीट पर लिया जाएगा। डीईओ एलपी पटेल की पदस्थापना काल से ही जमीनी स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने हरसंभव प्रयास किया जा रहा है,जिसका असर परख सर्वेक्षण में देखने को मिलेगा।
