सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के 74369 कृषकों को मिले 17.23 करोड़ रुपये

सारंगढ़ बिलाईगढ़, 2 अगस्त 2025/प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20वीं किश्त की राशि कृषकों के खाते में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बनौली, सेवापुरी, वाराणसी, उत्तर प्रदेश से वेबकास्ट के माध्यम से कृषकों के खाते में हस्तांतरण किया गया। इस अवसर पर वृहद “किसान सम्मेलन” का आयोजन करते हुए इस दिवस को “किसान सम्मान समारोह ” के रूप में मनाया गया। इस आयोजन हेतु राज्य सरकार के संचालक कृषि के आदेश एवं कलेक्टर डॉ. संजय कनौजे के निर्देश तथा मार्गदर्शन पर जिला, विकासखंड और ग्राम पंचायत स्तर पर एवं जिले के सेवा सहकारी समितियों में किसान सम्मलेन का आयोजन किया गया।
जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र बोईरदादर रायगढ़ एवं कृषि विज्ञान केंद्र भाटापारा में आयोजित किया गया। कृषि विज्ञान केंद्र बोईरदादर रायगढ़ के कार्यक्रम में आशुतोष श्रीवास्तव उप संचालक कृषि, दीपक कुमार टंडन, चैतराम बंजारे, राहुल देवांगन, सुदर्शन पटेल ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं कृषक शामिल हुए।
विकासखंडों के कार्यालय कृषि उपज मंडी के सभाकक्ष में कृषको को वेबकास्ट के माध्यम से जोड़ा गया। इसी अवसर पर विकासखंड सारंगढ़ में डिप्टी कलेक्टर अनिकेत साहू, पुलकित चंद्रा कृषक सदस्य, प्रबंधन समिति, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, हरिहर जायसवाल जिला पंचायत सदस्य, दीपक कुमार बंजारे वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी सारंगढ़ उपस्थित रहे। प्रत्येक क्षेत्रीय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा कृषकों को उनके क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में इस कार्यक्रम में शामिल कराया गया। इस आयोजित किसान सम्मान समारोह कार्यक्रम में लगभग 1800 किसान वेबकास्ट के द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के उद्बोधन को सुने।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में लाभान्वित कृषकों को प्रत्येक चार माह में खरीफ, रबी एवं जायद फसल हेतु 2-2 हजार रूपये उन्नत बीज, दवा एवं खाद क्रय के लिए खाते में प्रदान कि जाती है। इस बार छत्तीसगढ़ राज्य के 25.46 लाख किसानों को 567.77 करोड़ रुपये एवं जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ के 74369 किसानों को 17.23 करोड़ रूपये उनके बैंक खातो में प्राप्त हुई है ।
उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री द्वारा वेब कास्ट के माध्यम से कृषकों को संबोधित कर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं क़िस्त डीबीटी के द्वारा, देश के 9.7 करोड़ से अधिक लाभार्थी कृषकों को 20,500 करोड़ की धनराशि का ट्रांसफर किया गया।