संपूर्ण नेत्र सुरक्षा अभियान सारंगढ़ बिलाईगढ़ _शासन के निर्देशानुसार जिले के कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे के मार्गदर्शन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एफ आर निराला के देखरेख में जिले के बिलाईगढ़ ब्लॉक में सम्पूर्ण नेत्र सुरक्षा अभियान( Comprehensive eye care) दिनांक 24 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक चलाया जाएगा शासन का निर्देश है कि जिले की कोई एक विकासखंड की चयन करके जिले में पदस्थ नेत्र चिकित्सा अधिकारी ,नेत्र सहायक अधिकारियो की ड्यूटी इस अभियान के लिए बिलाईगढ़ विकासखंड में लगाया गया जहा इनको अलग अलग सेक्टर आबंटित किया गया सर्व ( जांच ) सभी गांवों की जाएगी इसके लिए गांव में पदस्थ स्वास्थ्य संयोजक ,सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी ,पर्यवेक्षक ,मितानिन ,MT सब के सहयोग से ये कार्य संपन्न किया जाएगा गांव में पदस्थ स्वास्थ्य संयोजक मितानिन अपने क्षेत्र के उन सभी घरों में जाकर नेत्र से संबंधित बीमारियों का चिन्हांकन करेंगे इसके बाद नेत्र सहायक अधिकारी इनका जांच करके पंजीयन करेंगे नेत्र संबंधित बीमारियों निम्न हो सकती है 1 दृष्टिहीनता ऐसे व्यक्ति जिनका दृष्टि कम हो चुकी है या लगभग कोई दृष्टि नहीं है कि चिन्हांकन करेंगे इसकी जांच नेत्र सहायक अधिकारी करेंगे एवं ग्राम पंजी में दर्ज करेंगे यदि पूरे दृष्टिहीन होंगे तो इनके लिए दिव्यागता प्रमाण पत्र बनवाने की सुझाव देंगे एवं आवश्यक मदद करेंगे या जिनका विजन बहुत कम हो चुके है चिन्हांकन करेंगे। 2 मोतियाबिंद ऐसे व्यक्ति जिनकी रोशनी मोतियाबिंद के कारण कम हो रही है या कम हो चुकी है स्वास्थ्य कार्यकर्ता चिन्हांकित करेंगे जिनका सत्यापन नेत्र चिकित्सा सहायक अधिकारी करेंगे एवं इसकी रिकॉर्ड रखेंगे शासन का निर्देश है कि कोई भी व्यक्ति मोतियाबिंद के नाम से दृष्टिहीन न हो इसके लिए दोनों आंख में से कम से कम एक आंख को ऑपरेशन करके ठीक करदे याद रहे मोतियाबिंद का उपचार केवल ऑपरेशन से हो पाता है पंजीयन करके इनका ऑपरेशन की व्यवस्था रायगढ़ जिला अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हर माह निर्धारित व तय दिनांक को कराई जाती है बिलाईगढ़ के मोतियाबिंद के प्रकरण उपचार के लिए रायपुर या बिलासपुर से भी कराते है इस अभियान के दौरान दोनों आंख से मोतियाबिंद वाले मरीजों का सर्वप्रथम कम से कम एक आंख को ऑपरेशन से ठीक करेंगे जिससे कि वे दृष्टिहीन की श्रेणी न जा पावे। उपरोक्त मरीजों की चिन्हांकन पश्चात रिकॉर्ड संधारण की जाती है 3 दृष्टिदोष लोगो में दृष्टि दोष होता है ये निकट दृष्टि दोष ,दूर दृष्टि दोष ,प्रेस बायोपिक दृष्टि दोष ( 40 वर्ष) इनकी जांच करके आवश्यक मदद पहुंचाई जाती है यदि मिडिल स्कूल के छात्र छात्राएं होंगे तो शासन इनको चश्मा बनवा कर फ्री में प्रदान की जाती है तथा अन्यों को भी सहयोग प्रदान की जाती है इनकी भी ग्रामवार रिकॉर्ड संधारण की जाएगी। 4 कांचबिंदु ये भी अंधत्व का एक बड़ा कारण होता है मोतियाबिंद के प्रकरण में मरीज की दृष्टि आंख में बिना दर्द के नजरे कम होती है जबकि कांच मोतियाबिंद में आंख की रोशनी कम होते जाती है लेकिन इसमें आंख में दर्द भी होती है इस कारण यह बीमारी जल्दी ही चिन्हांकित हो जाती है पंजीयन पश्चात इनका भी उपचार के लिए आवश्यक मदद प्रदान की जाएगी प्रत्येक कांच बिंदु की पंजीयन जरूरी है 5 नेत्रदान नेत्रदान को सबसे ज्यादा पुण्य का काम माना जाता इस कारण इसे नेत्रदान महादान के रूप में जाना जाता है इसमें स्वैच्छिक रूप से आंख दान करने के लिए प्रेरित की जाती है आमतौर पर कॉर्नियल opacity के मरीजों को कॉर्निया की जरूरत पड़ती है और हमारे जिले में कॉर्निया की आवश्यकता वाले मरीज ज्यादा है जबकि नेत्रदान करने वाले नहीं है ऐसे में केरेटोप्लास्टी कराने वाले मरीजों की लिस्ट बढ़ती जा रही अतः हमें आम जनता को प्रेरित करना है कि वे अपने आंख की दान करे ताकि जरूरतमंद लोगों को नेत्र ज्योति प्रदान की जा सके इसकी नियमित चर्चा होते रहना चाहिए और लोगों में जागरूकता बढ़ाते रहना पड़ेगा। 6 रेटिनोपैथी ऐसे मरीज जो मधुमेह एवं उच्चरक्त चाप से लंबे समय तक ग्रसित रहते है उनको रेटिनोपैथी होने की संभावनाएं रहती है इनका भी सर्व करके ग्रामवार पंजी बनाए जाने है 7 लो विशन समुदाय में ऐसे बहुत से लोग जांच में मिलेंगे जिनका विशन कम होता है जांच कर इनका भी linlisting करने पड़ेंगे 8 आंख को चोटों से बचाना बहुत से लोगों को जिसमे बच्चे से कारोबार करने वाले वाले लोगों की आंख में चोट लगने पर आंख खराब होने की संभावनाएं होती है इस कारण बच्चो में खेल खेल में हो या आते जाते सड़क पर कोई भी फॉरेन बॉडी आंख में पड़ जाती है उस समय आंख को रगड़िए मत आंख से आंसू आने दीजिए आंसू से बहुत से फॉरेन बॉडी आंख से निकल जाती है ,कभी कभी आंख को साफ पानी से धोने से भी निकल जाती है इससे भी फॉरेन बॉडी आंख से न निकले तो तुरंत ही आंख के डॉक्टर या नेत्र चिकित्सा सहायक अधिकारी से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करके निदान पा सकते है कभी भी आंख में कोई प्रॉब्लम हो तो अपने से कोई भी दवाई आंख में मत डालिए इसके आपको नेत्र चिकित्सा अधिकारी ही आपको सही उपचार व सलाह देंगे कृपया तत्काल स्वास्थ्यबम केंद्र पहुंच कर उपचार करावे 9 आंख के अन्य बीमारियो का भी सर्वे करके सभी का बीमारी वाइस लिस्टिंग करना है आम जनता से अपील है कि आप स्वयं आगे आकर अपनी नेत्र की जांच करावे ऐसे सभी नेत्र के रोगी जिनका उम्र 30 वर्ष से ऊपर है सबकी उच्चरक्त चाप की जांच ,शुगर की जांच एवं 3 प्रकार की कैंसर की स्क्रीनिंग भी करनी है ये काम साथ साथ चलनी चाहिए इसके लिए सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी को पूरी सक्रियता की परिचय देना होगा और आज आज नेत्र रोगी की जांच उपरांत पंजीयन भी होना चाहिए ,यह पंचायत असंक्रामक रोगों की श्रेणी में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा संपन्न होगी कैंसर @ ओरल कैंसर @ स्तन कैंसर @ सर्वाइकल कैंसर इन सभी NCD के प्रकरण की इंट्री NCD पोर्टल में भी होनी चाहिए अभी अभी दीपावली की त्यौहार संपन्न हुई है अनेकों को आंख में समस्या आई होगी वे भी अपनी चिकित्सकीय परामर्श ले उपरोक्त सभी बीमारियों की जांच उपरांत पंजीयन की व्यवस्था सुदृढ़ करने है यह सर्वे अभियान 30 अक्टूबर तक चलेगी सभी फील्ड स्टॉफ ,मितानिन ,MT यह सुनिश्चित करे कि सभी जरूरत मंद की जांच हो ,पंजीयन हो एवं उन्हें आवश्यकता नुसार मदद भी मिल सके बिलाईगढ़ ब्लॉक के अधिकारियों को इसकी नियमित मॉनिटरिंग भी करनी होगी ऐसे व्यक्ति जिनकी आंख की जांच की जाती है और आयुष्मान कार्ड नहीं बने होंगे तो उनका आयुष्मान कार्ड भी बनाना है विशेष कर 70 वर्ष के ऊपर के लोगो को याद रहे 70 प्लस लोगो को आयुष्मान कार्ड से 5 लाख की अलग से इलाज की सुविधा है जिसे वय वंदना के नाम से जाना जाता है। 10 जागरूकता अभियान इस सम्पूर्ण नेत्र सुरक्षा अभियान के दौरान व्यापक पैमाने पर प्रचार प्रसार करना है स्कूल में कॉलेज में समुदाय में लोगो को उपरोक्त बीमारियों के बारे में बताना है और उन्हें जागरूक करना है जागरूक व्यक्ति ही अपनी आंख की सुरक्षा कर सकता है आइए हम सब मिल कर जिले को नेत्र की विभिन्न बीमारियों की स्क्रीनिंग ,जांच में मदद करे और जागरूक जिला बनाने के सहभागी बन सके
स्वास्थ विभाग चला रहा संपूर्ण नेत्र सुरक्षा अभियान
written by P. R. Rajak Chief Editor
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