सारंगढ़। बारई नारी संगठन सारंगढ़ के तत्वावधान में नागपंचमी के पावन अवसर पर, जिसे बारई दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, बड़े मठ प्रांगण में विविध धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत रुद्राभिषेक एवं नगदेवता तथा नागमाता की सामूहिक पूजा-अर्चना से हुई, जिसमें संगठन की सभी बहनों ने सपरिवार भाग लिया। पूजा के पश्चात प्रसाद वितरण एवं सामूहिक भोजन की व्यवस्था भी की गई, जिससे पारिवारिक सौहार्द और सामाजिक एकता को बल मिला।
इसके उपरांत शिवजी की पार्थिव मूर्ति को पूरे श्रद्धा भाव से घोघरा नदी में विसर्जित किया गया। इस अवसर पर सभी बारई महिलाएं एक साथ नदी घाट पहुँचीं, जिससे वातावरण भक्ति और आस्था से सराबोर हो गया।
वापसी के पश्चात सावन उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें मनोरंजक खेल “कुर्सी दौड़” और स्टेज पर रैंप वॉक जैसे आकर्षक कार्यक्रम हुए। सभी बरई महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में रैंप वॉक कर अपनी प्रतिभा और आत्मविश्वास का अद्भुत प्रदर्शन किया.
इस पावन अवसर पर संगठन की प्रमुख सदस्याएँ —
विनीता पंकज थवाईत, रेखा विक्रांत थवाईत, गिरजा थवाईत, हितेंद्र थवाईत, प्रभा थवाईत, शशि प्रभा थवाईत, अलका थवाईत,ममता थवाईत, रेनू थवाईत, विमला थवाईत, रूबी थवाईत, त्रिवेणी थवाईत, मीना थवाईत, जयंती थवाईत, अजंता थवाईत, मंजू थवाईत, सीमा तम्बोली, सरिता थवाईत, सारिका थवाईत, प्रिया थवाईत और नीलिमा थवाईत विशेष रूप से उपस्थित रहीं और आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
ऐसे आयोजन समाज में एकता, संस्कृति और महिला सशक्तिकरण का संदेश देते हैं।
यह संपूर्ण आयोजन अत्यंत हर्षोल्लास, उत्साह और श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ और संगठन ने यह सिद्ध किया कि सामाजिक संस्कृति, एकता और महिलाओं की भागीदारी के बिना कोई उत्सव अधूरा है।
