Home रायगढ़ चिट्ठी न कोई संदेश न जाने कौन सा ओ देश जहां तुम चली गई…”पत्रकार लक्ष्मी -गोल्डी लहरे को मातृ शोक “

चिट्ठी न कोई संदेश न जाने कौन सा ओ देश जहां तुम चली गई…”पत्रकार लक्ष्मी -गोल्डी लहरे को मातृ शोक “

by P. R. Rajak Chief Editor
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चिट्ठी न कोई संदेश न जाने कौन सा ओ देश जहां तुम चली गई…
“पत्रकार लक्ष्मी -गोल्डी लहरे को मातृ शोक “
सारंगढ़ । सारंगढ़ जिला मुख्यालय के सांस्कृतिक नगरी कोसीर निवासी स्वर्गीय त्रिलोचन मुन्ना दास लहरे सबल किसान की पत्नी श्रीमती नीरा देवी त्रिलोचन लहरे अब नहीं रही । वे 64वर्ष की थी ।विगत दिवस 23जुलाई को सुबह सुबह 8 बजे हृदय घात से आकस्मिक निधन हो गया । श्रीमती नीरा देवी लहरे एक सरल सहज व्यक्तिव की धनी रही किसान परिवार में उनका विवाह हुआ था वे गृहिणी के साथ साथ कृषि कार्यों में पारंगत रही । लहरे का जन्म का जन्म ,30जून 1961को जांजगीर जिला वर्तमान जिला सक्ति के ग्राम बघौद में स्वर्गीय श्री पोकराम बंजारे जी के मंझली पुत्री के रूप में हुई थी । वे अपने समय में 8 वीं पास रही उन्हें गणित का बहुत ज्यादा ज्ञान रहा वे मुंह से ही जोड़ घटाव कर लेते थे । कोसीर लहरे परिवार में उनका विवाह हुआ था उनके ससुर जी सामाजिक कार्यकर्ता के साथ साथ युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत रहे उन्होंने कोसीर गांव में शिक्षा के लिए लोगों को प्रेरित किए थे । अपने परिवार में बड़ी बहु रही उनके ऊपर परिवार का दारोमदार रहा उन्होंने अंतिम समय तक अपने परिवार को एक सूत्र में बांध कर रखे रहे ।
उनके निधन से परिवार और समाज को गहरा दुख पहुंचा है । श्रीमती नीरा बाई लहरे सारंगढ़ अंचल के वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार लक्ष्मीनारायण लहरे और पत्रकार गोल्डी कुमार की माता जी हैं । उनके आकस्मिक निधन से परिवार को गहरा दुख हुआ है ।उनके अंतिम संस्कार में समाज के बंधुओं ने तथा गांव के गणमान्य लोगों ने शोक व्यक्त किया । वही सारंगढ़ विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े ,पूर्व विधायक कुमारी कामदा जोल्हे , जिलाध्यक्ष प्रेस क्लब दीपक थवाईत ,वरिष्ठ साहित्यकार स्वराज करुण ,(साहित्य संपादक चैनल इंडिया रायपुर ,), डॉ दीनदयालय साहू ( सहायक संपादक हरिभूमि चौपाल )ने और लक्ष्मीनारायण लहरे के ईष्ट मित्रों पत्रकार साथियों और साहित्यकार बंधुओं ने शोक व्यक्त करते हुए दुखद बेला में परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त किए हैं

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