*कलेक्टर डॉ कन्नौजे ने धान उठाव की प्रगति और खाद-बीज के संबंध में ली संयुक्त बैठक*
*डीएपी का वैकल्पिक अन्य उर्वरकों का उपयोग करने के लिए किसानों को सलाह*
सारंगढ़ बिलाईगढ़, 23 जून 2025/कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे ने खाद-बीज की उपलब्धता के संबंध में डीएमओ, अपेक्स बैंक, सहकारिता, खाद्य, एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि संग्रहण केंद्रों में शेष धान का शीघ्र उठाव करें। इस कार्य में जो भी बाधा आ रहा है उसका त्वरित निराकरण करें। खेती-किसानी को ध्यान में रखते हुए किसानों के लिए खाद एवं बीज की पर्याप्त उपलब्धता होनी चाहिए। डीएपी की कमी को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर अन्य उर्वरकों का उपयोग करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के माध्यम से चौपाल लगाकर उर्वरक के संबंध में किसानों को जानकारी प्रदान करें। उन्होंने ऐसे स्थानों का चिन्हांकन करने के निर्देश दिए जहां खाद एवं बीज का भण्डारण नहीं हो पाया है या जहां खाद बीज की कमी है।
कलेक्टर डॉ कन्नौजे ने डीएपी के विकल्प के रूप में एनपीके के लिए 20:20:0:13 तथा एसएसपी के लिए 12:32:16 का उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि एसएसपी के तीन बैग के साथ 20 किलोग्राम यूरिया का उपयोग करने पर डीएपी की आपूर्ति हो पाएगी। इस अवसर पर जिला विपणन अधिकारी शीतल कुमार भोई, सहायक आयुक्त सहकारिता व्यासनारायण साहू, खाद्य अधिकारी चितरंजन सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।डीएपी का वैकल्पिक अन्य उर्वरकों का उपयोग करने के लिए किसानों को सलाह
सारंगढ़ बिलाईगढ़, 23 जून 2025/कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे ने खाद-बीज की उपलब्धता के संबंध में डीएमओ, अपेक्स बैंक, सहकारिता, खाद्य, एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि संग्रहण केंद्रों में शेष धान का शीघ्र उठाव करें। इस कार्य में जो भी बाधा आ रहा है उसका त्वरित निराकरण करें। खेती-किसानी को ध्यान में रखते हुए किसानों के लिए खाद एवं बीज की पर्याप्त उपलब्धता होनी चाहिए। डीएपी की कमी को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर अन्य उर्वरकों का उपयोग करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के माध्यम से चौपाल लगाकर उर्वरक के संबंध में किसानों को जानकारी प्रदान करें। उन्होंने ऐसे स्थानों का चिन्हांकन करने के निर्देश दिए जहां खाद एवं बीज का भण्डारण नहीं हो पाया है या जहां खाद बीज की कमी है।
कलेक्टर डॉ कन्नौजे ने डीएपी के विकल्प के रूप में एनपीके के लिए 20:20:0:13 तथा एसएसपी के लिए 12:32:16 का उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि एसएसपी के तीन बैग के साथ 20 किलोग्राम यूरिया का उपयोग करने पर डीएपी की आपूर्ति हो पाएगी। इस अवसर पर जिला विपणन अधिकारी शीतल कुमार भोई, सहायक आयुक्त सहकारिता व्यासनारायण साहू, खाद्य अधिकारी चितरंजन सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।