Home रायगढ़ सीएमएचओ द्वारा स्कूल के बच्चों को अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक बातों की जानकारी दी गई

सीएमएचओ द्वारा स्कूल के बच्चों को अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक बातों की जानकारी दी गई

by P. R. Rajak Chief Editor
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सारंगढ़ दिनांक 2 अगस्त को कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे के निर्देशानुसार जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एफ आर निराला के द्वारा आज हॉयर सेकेंडरी स्कूल रायकोना बिलाईगढ़ के बच्चों की स्वास्थ्य परीक्षण के साथ स्वास्थ्य की जानकारी दी गई इस प्राचार्य ने कहा कि ऐसी जानकारी इस विद्यालय में किसी अधिकारी के द्वारा पहली बार दी गई जानकारी काफी शिक्षा प्रद रही शिक्षक के साथ सभी विद्यार्थियों को अच्छा लगा आज के स्वास्थ्य की चर्चा में एनीमिया / रक्त अल्पता / खून की कमी के कारण ,उसकी पहचान ,लक्षण ,शरीर पर खून की कमी के कारण पड़ने वाले प्रभाव जैसे खून की कमी होने पर IQ कम से कम 10% की कमी हो जाना ,बच्चों की शारीरिक एवं मानसिक विकास में कमी होना ,बच्चों में सीखने ,समझने की क्षमता में कमी का होना ,तथा बच्चों में एकाग्रता की कमी होना प्रमुख फैक्टर है इसके कारण बच्चे बीमार रहने ,स्कूल में उपस्थिति का कम होना परिणाम बच्चे का रिजल्ट प्रभावित होता है और अंत में जवाब प्राचार्य जी को देना होता है यदि खून की कमी के बचाव को देखे तो अच्छे संतुलित आहार के साथ आयरन गोली की पूरक आहार लेने से ठीक किया जा सकता है आयरन की गोली 10 वर्ष से 19 वर्ष के बीच जो नीले रंग की होती है प्रति मंगलवार को प्रार्थना के बाद खिलाई जाती गोली नोडल टीचर्स या कक्षा शिक्षक की उपस्थिति में खिलाई जाती है ऐसे वर्ष में 52 गोली खानी होती है इस गोली को खाने समय दूध या दूध का बना हुआ सामान 2 घंटे पहले या बाद में न ले या फिर कैल्शियम की गोली साथ में नहीं खानी चाहिए इससे आयरन की अवशोषण सही नहीं होती घर में मिलने वाले भोजन को भी संतुलित आहार जिसमे सभी अवयव प्रोटीन ,कार्बोहाइड्रेड ,वसा ,विटामिन ,खनिज लवण तथा पर्याप्त पानी की मात्रा को नियमित ग्रहण करने से रक्त अल्पता या अन्य बीमारियां कम ही होगी यदि खून की कमी के कारण को जानेंगे तो पहली कारण होती है कृमि रोग का होना जिसमे छोटे बच्चों के नंगेपैर चलने खेलने के कारण पैर से कृमि शरीर में प्रवेश करता है जबकि बड़े छोटे सबमें कुछ कृमि खाद्य पदार्थ विशेष कर सब्जी सलाद के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता तथा एक कृमि फीता कृमि इसकी पैरासाइट कुछ समय मनुष्य में एवं कुछ समय सुअर के शरीर में रहता है अच्छे से सुअर के मांस को पका कर नहीं खाने से होता है क्योंकि सुअर मनुष्य के मल जिसमे फीता कृमि के पैरासाइट रहता है ग्रहण करता है और पैरासाइट सुअर के शरीर में पहुंच जाता है इस तरह से इनकी साइक्लिंग चलते रहता है हर स्थिति में कृमि मनुष्य के शरीर के अंतड़ी में पहुंचता है बड़ा होता है अपनी संख्या बढ़ाता है जिंदा रहने के लिए कृमि मनुष्य के द्वारा ग्रहण किए पोषक तत्वों को ग्रहण करता है तथा मनुष्य के खून को पिता है इस कारण बच्चे या कोई भी के शरीर में खून की कमी होता है ,दूसरा लड़कियों में माहवारी के कारण खून की कमी होती है ,तीसरी सिकल सेल होने के कारण भी खून की कमी होती है चतुर्थ किसी भी प्रकार के लंबे समय तक बीमारी होने पर भी खून की कमी होती है उपरोक्त सभी स्थितियों में खून की कमी को पूरा करना हो तो हमे हर हाल में आयरन को सप्लीमेंट करना होगा जैसे 6 माह से 5 वर्ष के बीच के बच्चों को आयरन की सिरप देना होता है जिसे एक एक ml सप्ताह में दो बार देना होता है ,दूसरी कैटिगरी में प्राइमरी स्कूल के बच्चों को जूनियर WIFS जो पिंक कलर की होती है इसे प्रति मंगलवार को नोडल शिक्षक के द्वारा मध्यान भोजन के बाद खिलाया जाता है आयरन गोली ( WIFS) खिलाने के पानी अवश्य पीनी चाहिए रायकोना के इस विद्यालय में खून की कमी सिकल सेल के कारण होती है यह एक आनुवंशिक बीमारी है आनुवंशिक कैसे होती है CMHO साहब द्वारा ब्लॉक बोर्ड में बना कर बताया और समझाया गया स्कूल के बच्चे इसे देख कर सुन कर अत्यधित प्रसन्नचित नजर आए सीएमएचओ साहब के द्वारा माहवारी के समय बरते जाने वाले सावधानियों के बारे लड़कियों को अलग से कक्षा में समझाया गया इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षिका प्रमिला खटकर ,CHO डाली साहू ,RHO महिला अंजू लहरें भी उपस्थित रही आज के इस अवसर पर टीबी ,कुष्ठ जांच खोज अभियान के अंतर्गत टीबी और कुष्ठ के लक्षण को बताया गया सभी बच्चों के परीक्षण किया गया था ऐसे किसी लक्षण का पता लगाने पर अपने पारे के मितानिन को अवगत करावे वे इनके सत्यापन कराएंगे विद्यालय में 3 बच्चों की आयुष्मान कार्ड नहीं बनने की जानकारी मिली जबकि 7 बच्चों में सिकल सेल पॉजिटिव की जानकारी मिले है आज विद्यालय में उपस्थित सभी बच्चों ने आज प्रश्न के उत्तर में बताया कि उनके घर परिवार में कोई न कोई सदस्य है तो तंबाखू का प्रयोग का प्रयोग धुआं सहित या धुआं रहित के रूप में लिया जा रहा है जो एक चिंता जनक स्थिति है काउंसलिंग करके तंबाखू ,गुटखा छुड़ाने के लिए आवश्यक पहल जरूरी है इस अवसर पर शिक्षक के प्रभारी प्राचार्य LP साहू अध्यापक,CL साहू , TR यादव ,BM कराते ,DR साहू , YK साहू , AK पटेल ,नागेश कोशले ,KS चंद्रा , HK रत्नेश तथा मंजू लता वर्मा आज विद्यालय में 190 विद्यार्थी उपस्थित रहे

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