10 वीं में उत्तीर्ण सभी 9 बालिका प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण,
50 छात्रों में 40 बालिकाओं ने प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए हैं
कु.बिंदिया अजय कक्षा 10 वीं 85% एवं सृष्टि कोसले 9वीं 93% लाकर स्वामी आत्मानंद हा से स्कूल छिन्द में टॉप की
सारंगढ़ – आदर्श कन्या छात्रावास – छिन्द 2024-25 के परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट रहा। छात्रावास में दर्ज 50 बालिकाओं में 40 बालिकाओं ने प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हो छात्रावास छिन्द की नाम रोशन किये हैं। कक्षा 10 वीं विद्यार्थी बिंदिया अजय ने 85 प्रतिशत एवं छात्रा नायिका सृष्टि कोसले कक्षा 9वी 93 प्रतिशत प्राप्त कर स्वामी आत्मानंद उच्चत्तर माध्यमिक शाला छिन्द की व छात्रावास की नाम रोशन किये हैं। कक्षा 7 वी अंकिता लहरे 89 प्रतिशत , दिव्या कोसले 85 प्रतिशत , कुसुम भारद्वाज 83 प्रतिशत , कृति खूंटे 83 प्रतिशत में करुणा अजय 85 प्रतिशत चाँदनी जोल्हे 81 प्रतिशत सुहाना अनंत 82 प्रतिशत प्राप्त कर माध्यमिक शाला – छिन्द में प्रथम स्थान प्राप्त कर विद्यालय व छात्रावास की नाम रोशन किये है। जिले की संवेदनशील सहायक आयुक्त बद्रीश सुखदेवे जी के सतत निर्देश एवं विकास खण्ड सारंगढ़ के वेतन केंद्र प्रभारी विमल अजगल्ले जी के मार्गदर्शन में अधीक्षिका श्रीमती रथबाई भारद्वाज ने बच्चों को लगातार सहयोग कर उत्त्साहवर्धन कर सफलता अर्जित की जा रही है। बच्चों में अनुशासन समयबद्ध पालन कर आज सफलता की ओर अग्रसर हो रही है।
प्रोजेक्टर से पढ़ाई – उक्त सफलता में संस्था में प्रोजेक्टर से पढ़ाई सभी कक्षों के बालिकाओं द्वारा किया जाता है। प्रोजेक्टर की सुव्यवस्थित संचालन के लिए अधीक्षिका श्रीमती रथबाई भारद्वाज ने अपने वेतन से जिओ एयर फाइबर लगवा दी है। तथा हर माह स्वयं बच्चों के हित में 700 रुपये की रिचार्ज करती है। नेट की व्यवस्था से बच्चे अन्य गतिविधियों एवं गणित , अंग्रेजी , विज्ञान विषयों के कठिन बिंदुओं की पढ़ाई कर लेते हैं।
सुंदर किचन गार्डन व उद्यानिकी – लगातार अपने स्वयं के राशि व्यय खर्च कर अधीक्षिका ने बहुत सुंदर उद्यानिकी का निर्माण छात्रावास के बाहर कर दी है जिसमें 100 से अधिक पेड़ पौधे फल फूल पौधे लगाया गया है। जो अधीक्षिका की कर्मठता व अथक परिश्रम को प्रदर्शित करती है। किचन गार्डन को भी बेहतर कर छात्रावास की वातावरण को बेहतरीन बनाने का भरसक प्रयास किया गया है। बाहर के साथ साथ परिसर अंदर को भी बहुत सुंदर सौदर्यीकरण करने की लगातार प्रयास की जा रही है। प्राकृतिक सौंदर्य को बेहतरीन बनाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है।
पालकों एवं ग्रामीणों का सहयोग- अधीक्षिका को निगरानी समिति एवं पालकों का भरपूर सहयोग मिलती है। अधीक्षिका पर पूर्णतः विश्वास के साथ सहयोग किया जाता है। जनप्रतिनिधियों का भी सतत सहयोग मिलता रहा है। ग्राम छिन्द के सभी गणमान्य नागरिकों द्वारा सहयोग व प्रशंशा किया जाता है।
मनाया जाता है छात्रावास की सभी बालिकाओं की जन्मदिवस – छात्रावास के सभी बालिकाओं की उनके जन्मदिन पर केक काटकर माता पिता की भूमिका में अधीक्षिका बच्चों की जन्मदिन को धूमधाम के साथ मनायी जाती है।
छात्रावास की सफलता – सतत प्रयास से कन्या छात्रावास छिन्द सफलता की ओर अग्रसर है। वर्तमान में विभागीय अधिकारियों के निर्देशों के परिपालन में अधीक्षिका लगातार प्रयास कर रही है। परंतु अपने विद्यालय जाकर अध्यापन कार्य भी करने से बहुत समस्याओं का सामना भी करनी पड़ रही है। और उक्त सफलता पर ग्रहण लगने की संभावना प्रतीत होते दिख रही है। क्योंकि कुछ बच्चे स्कूल जाने के बाद बीमार पड़ते हैं तो विद्यालय द्वारा अधीक्षिका को ही सूचित कर सौंप दिया जाता है।उन बच्चों की सम्पूर्ण देखभाल माता पिता की तरह छात्रावास की अधीक्षिका को ही करनी पड़ती है। यह संवेदनशील मामला है। इस पर उच्च अधिकारियों को विचारणीय है। तथा छात्रावास अधीक्षिकाओं को बच्चों की हित में उनके सम्पूर्ण जिम्मेदारी दी जानी चाहिए एवं अध्यापन कार्य से मुक्त रखने की आवश्यकता है।
