Home राजनीत‍ि Raigarh News : जीवर्धन 50 हजार पार, नगरनिगम में भाजपा सरकार!कांग्रेस और निर्दलीय जेठूराम दूसरे नंबर की दौड़ में। भाजपा को 27 वार्डों में जीत,16 वार्डों में बनेंगे कांग्रेस के पार्षद। बसपा को दो वार्ड में जीत, तीन वार्डों में निर्दलीय।

Raigarh News : जीवर्धन 50 हजार पार, नगरनिगम में भाजपा सरकार!कांग्रेस और निर्दलीय जेठूराम दूसरे नंबर की दौड़ में। भाजपा को 27 वार्डों में जीत,16 वार्डों में बनेंगे कांग्रेस के पार्षद। बसपा को दो वार्ड में जीत, तीन वार्डों में निर्दलीय।

by P. R. Rajak
0 comment

Raigarh News: रायगढ़ नगरनिगम का चुनाव इस बार बेहद रोमांचक होता जा रहा है। एक तरफ भाजपा जहां विकास की राजनीति का दावा कर शहर सरकार की सत्ता में आना चाहती है। वहीं कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दल वोटों का ध्रुवीकरण कर शहर में सरकार बनाने का दावा ठोक रहे हैं। निर्दलीय महापौर प्रत्याशी जेठूराम मनहर के मजबूत प्रदर्शन से इस बार महापौर चुनाव त्रिकोणीय हो गया है। जिससे मतदान के बाद हार जीत के आंकड़ों को लेकर लोगों की दिलचस्पी बढ़ गई है। हालांकि मतदान के दौरान भाजपा के महापौर प्रत्याशी जीवर्धन चौहान को लेकर सामने आए एकतरफा रूझान से यह स्पष्ट हो चला है कि भाजपा प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित है, लेकिन लीड को लेकर काफी दिलचस्पी है। और इसे लेकर अलग-अलग कयास भी लगाए जा रहे हैं। मतदान के बाद वार्डों से मिल रहे फीडबैक और पिछले चुनावों के आंकड़ों से इस बार के चुनाव में महापौर प्रत्याशियों को मिलने वाले वोट का अनुमान लगाया जा रहा है। यह परिणाम के कितने करीब होगा या यह अनुमान सटीक बैठता है,इसे लेकर किसी तरह का दावा नहीं किया जा रहा है।
इस बार महापौर पद का चुनाव बेहद दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया। भाजपा – कांग्रेस के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी जेठूराम मनहर का चुनावी मैदान में उतरना इस बार का चुनाव नगर निगम के 2015 के चुनाव की याद ताजा कर गया।

जातीय समीकरण का कितना असर

इस चुनाव में कुछ गौर करने वाली बात भी सामने आई। गौरतलब है कि रायगढ़ नगरनिगम क्षेत्र में वोट बैंक के लिहाज से सतनामी समाज सबसे बड़ा समाज माना जाता है। करीब एक लाख 38 हजार मतदाता वाले इस शहर में अकेले सतनामी समाज के करीब 35 हजार वोट होने का दावा किया जाता है। इस समाज से जुड़े महापौर प्रत्याशियों की तादाद सबसे अधिक है। कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी जानकी काटजू, निर्दलीय महापौर प्रत्याशी जेठूराम मनहर, निर्दलीय प्रत्याशी सिरिल कुमार , बसपा प्रत्याशी बनवारी लाल डहरे, निर्दलीय प्रत्याशी बानू खूंटे, आप पार्टी के रूसेन कुमार मिरी इसी समाज से है। इस लिहाज से सतनामी समाज के वोट पर ज्यादातर प्रत्याशी सामाजिक हक का दावा कर रहे हैं, और यही वजह है कि अपने समाज पर भरोसा कर चुनावी मैदान में हैं। यह अलग बात है कि समाज उनके दावों को कितना तबज्जों मिला,यह कहना मुश्किल है।

नगरनिगम के पिछले आंकड़ों पर गौर करें तो चार चुनावों में परिस्थितियां अलग अलग रहीं। रायगढ़ नगर निगम के प्रथम चुनाव में महापौर पद के कुल 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। कांग्रेस के जेठूराम 19136 वोट पाकर विजयी हुए। भाजपा प्रत्याशी सीताराम चौहान 15238 वोट लेकर दूसरे नंबर पर और निर्दलीय महावीर चौहान 12729 वोट प्राप्त कर तीसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में विधिमान्य मतों की संख्या 54675 रही, जबकि कुल मतदाता एक लाख दो हजार 449 थे।
नगर निगम के दूसरे चुनाव में भाजपा के महेंद्र चौहथा 29917 वोट लेकर चुनाव जीत गए। जबकि जेठूराम मनहर 21066 वोट लेकर दूसरे नंबर पर आए। इस चुनाव में विधिमान्य मतों की संख्या 57719 रही। जबकि कुल मतदाता 85642 रहे। इस चुनाव में 8 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे।

जनवरी 2015 में नगरनिगम के तीसरे चुनाव में निर्दलीय मधु बाई चौहान ने 33168 वोट प्राप्त कर जीत दर्ज की । जबकि भाजपा के महावीर चौहान 28631वोट लेकर दूसरे और कांग्रेस के जेठूराम मनहर 20397 वोट प्राप्त कर तीसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में विधिमान्य मतों की संख्या 85409 रही, जबकि मतदाताओं की संख्या 128757 रही।इस चुनाव में पांच प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। नगर निगम के चौथे चुनाव में महापौर पद का चयन पार्षदों ने किया था। कांग्रेस की जानकी काटजू महापौर निर्वाचित हुईं थीं। इस बार के चुनाव में महापौर पद के लिए 7 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिसमें 6 प्रत्याशी सतनामी समाज से हैं, जबकि भाजपा प्रत्याशी जीवर्धन, चौहान समाज से हैं। रायगढ़ नगरनिगम क्षेत्र में अनुसूचित जाति वर्ग में चौहान समाज दूसरा बड़ा समाज माना जाता है। रायगढ़ नगरनिगम क्षेत्र में इस समाज के करीब 14 हजार 700 मतदाता होने का दावा किया जाता है। भाजपा के महापौर प्रत्याशी को छोड़कर अन्य महापौर प्रत्याशी एक ही समाज से हैं, भाजपा प्रत्याशी चौहान समाज से है। इस स्थिति में माना जा सकता है जातीय समीकरण को साधने में भाजपा, प्रत्याशी चयन में बाजी मारने सफल रही, लेकिन मतदान में ऊंट किस करवट बैठेगा इस पर सिर्फ अनुमान लगाया जा सकता है।
इस चुनाव में करीब 92 हजार मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस बार भी महापौर के चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला रहा। चूंकि भाजपा के महापौर प्रत्याशी जीवर्धन चौहान की स्थिति सबसे मजबूत रही, जिससे सर्वाधिक वोट भाजपा के हिस्से में आ सकते हैं। पिछले निगम चुनाव में भाजपा महापौर प्रत्याशी 28631 वोट हासिल करने में सफल हुए थे। इस स्थिति में इस बार भाजपा अपने वोट बैंक में बढ़ोतरी कर 35 हजार का आंकड़ा पार कर सकती है। हालांकि इस आंकड़े को पिछले चुनाव में निर्दलीय महापौर प्रत्याशी मधुबाई के वोटों की तुलना इस बार निर्दलीय महापौर प्रत्याशी जेठूराम मनहर की स्थिति को लेकर की जाय तो पहले कांग्रेस महापौर प्रत्याशी जानकी काटजू को मिलने वाले वोट का अनुमान लगाना जरूरी है। जिस तरह से कांग्रेस का प्रदर्शन रहा, उससे लगता है कि पिछले चुनाव के लिहाज से कांग्रेस प्रत्याशी के खाते में करीब 20 हजार वोट आ सकते हैं।

निर्दलीय जेठूराम के खाते में कितने वोट आते हैं ,इसका अनुमान लगाना थोड़ा मुश्किल लगता है। निर्दलीय जेठूराम दूसरे या तीसरे स्थान पर जा सकते हैं। इस स्थिति में कांग्रेस और भाजपा को मिलने वाले अनुमानित वोट को जोड़ कर देखें तो यह 55 हजार होता है। कुल मतदान में इन वोटों को घटाया जाय तो 37 हजार आता है। अब सवाल उठता है कि 37 हजार वोट में बसपा को मिलने वाले अनुमानित 5 हजार वोटों को घटाया जाय तो 32 हजार वोट शेष रह जातें हैं। अब अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों को मिलने वाले अनुमानित वोट की बात करें तो,यह 5 हजार से अधिक नहीं हो सकता। इस स्थिति में 32 हजार वोट में 5 हजार घटाकर देखें तो 27 वोट और शेष बचते हैं। अब इन वोटों के लिए तीन स्थिति बन सकती है।

पहली स्थिति में 27 हजार वोट जेठूराम मनहर के खाते में आना माना जा सकता है। इस तरह जेठूराम दूसरे स्थान पर रह सकते हैं। दूसरी स्थिति में भाजपा करीब 10 हजार प्लस के साथ 45 हजार के आंकड़े पर चली जाय और जेठूराम 17 हजार वोट के साथ तीसरे नंबर पर रहे। तीसरी स्थिति में 27 हजार वोट में से 5 हजार कांग्रेस की जानकी काटजू के हिस्से में चली जाए और 25 हजार वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे। साथ ही भाजपा प्रत्याशी 5 हजार और प्लस के साथ 50 हजार के आंकड़े पर पहुंच जाए। राजनीति के जानकार मानते हैं कि निर्दलीय महापौर प्रत्याशी जेठूराम मनहर और कांग्रेस प्रत्याशी जानकी काटजू को मिलने वाले वोट से ही भाजपा की लीड तय होगी। अब भाजपा कितने वोटों की लीड के साथ महापौर का चुनाव जीतती है, यह तो ईवीएम के खुलने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।

भाजपा की बल्ले-बल्ले!

इस बार के भाजपा ने जिस सधी हुई रणनीति से नगरनिगम का चुनाव लड़ा , उससे शहर के ज्यादातर वार्डों में भाजपा पार्षदों के जीत कर आने की संभावना है। भाजपा ने जहां दो वार्डों में निर्विरोध पार्षद निर्वाचित कराने में सफलता अर्जित की। वहीं मतदान के बाद करीब 25 वार्डों में पार्षद प्रत्याशियों के जीतने के आसार हैं। जिनमें वार्ड क्रमांक 1 से डिग्री लाल साहू। वार्ड क्रमांक 2 नेहा देवांगन। वार्ड क्रमांक 9 अमित शर्मा। वार्ड क्रमांक 10 मो.नवाब। वार्ड क्रमांक 16अशोक यादव। वार्ड क्रमांक 19 सुरेश गोयल। वार्ड क्रमांक 22 सरिता केशव जायसवाल।वार्ड क्रमांक 23 पंकज कंकरवाल। वार्ड क्रमांक 24 त्रिवेणी डहरे। वार्ड क्रमांक 25 श्वेता सिंह क्षत्रिय। वार्ड क्रमांक 26 सरिता राजेन्द्र ठाकुर। वार्ड क्रमांक 27 आशीष ताम्रकार। वार्ड क्रमांक 28 कौशलेष मिश्रा। वार्ड क्रमांक 29 जानकी भारद्वाज। वार्ड क्रमांक 30 मुक्तिनाथ बबुआ। वार्ड क्रमांक 31 त्रिनिशा चौहान। वार्ड क्रमांक 36 विजय चौहान। वार्ड क्रमांक 37 नवधा मिरी। वार्ड क्रमांक 39 संगीता मुक्कु यादव। वार्ड क्रमांक 40 शोभा देवांगन। वार्ड क्रमांक 42 रामाधार साहू। वार्ड क्रमांक 44 मोनिता पटेल। वार्ड क्रमांक 47 संतोषी पदुमलाल प्रजा और वार्ड क्रमांक 48 में महेश शुक्ला की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है।

कांग्रेस के लिए खुशखबरी –

इस चुनाव में कांग्रेस से जिस तरह की उम्मीद थी, उस तरह का प्रदर्शन कांग्रेस के हिस्से में नहीं आई। हालांकि एक दर्जन से अधिक वार्डों में कांग्रेस प्रत्याशियों ने अपनी मजबूती स्थिति का अहसास कराया, जिसका कांग्रेस को लाभ होता दिख रहा है। वार्ड क्रमांक 5 दया राम धुर्वे। वार्ड क्रमांक 6 रेखा देवी। वार्ड क्रमांक 7 आरिफ हुसैन। वार्ड क्रमांक 8 रूक्मणी ननकी नोनी। वार्ड क्रमांक 12 जयंत ठेठवार। वार्ड क्रमांक 13 लक्ष्मी नारायण साहू। वार्ड क्रमांक 14 अनुपमा शाखा यादव। वार्ड 15 विकास ठेठवार। वार्ड क्रमांक 17 सलीम नियारिया। वार्ड क्रमांक 20 प्रभात साहू। वार्ड क्रमांक 32 रत्थू जायसवाल। वार्ड क्रमांक 35 ज्योति बरेठ। वार्ड क्रमांक 38 फूल कुमारी भट्ट। वार्ड क्रमांक 41 बिंदु संवरा। वार्ड क्रमांक 43 पंकज पटेल। वार्ड क्रमांक 46 रमेश भगत चुनाव जीत रहे हैं।

बसपा और निर्दलीय को भी मौका

इस बार के चुनाव में बसपा को दो वार्डों में सफलता मिल रही है। जबकि तीन वार्डों में निर्दलीय पार्षद प्रत्याशियों की जीत मिलने के आसार हैं वार्ड क्रमांक 3 निर्दलीय सचिन केरकेट्टा। वार्ड क्रमांक 4 मयंक जेठूराम मनहर। वार्ड क्रमांक 21अजय शंकर मिश्रा की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है। उधर वार्ड क्रमांक 33और 34 में बसपा मजबूत स्थिति में है। जिससे वार्ड क्रमांक 33 से अमरनाथ रात्रे और वार्ड क्रमांक 34 से रामकृष्ण खटर्जी जीत तय मानी जा रही है।

Related Articles

Leave a Comment