रायगढ़। आगामी त्योहारों के दृष्टिगत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन के निर्देशानुसार जिले में मिलावटी खाद्य पदार्थों पर कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम द्वारा स्थानीय बाजारों, डेयरियों और खुदरा दुकानों में बिक रहे खुले और ब्रांडेड घी की गुणवत्ता की जांच के लिए सघन निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में श्री श्याम डेयरी, ढिमरापुर चौक, कृष्णा डेयरी केवड़ाबाड़ी चौक, कपूर किराना स्टोर्स केवड़ाबाड़ी चौक, दीपक किराना इंदिरा नगर, फूडमार्ट कबीर चौक, गणेश डेयरी एंड स्वीट्स कबीर चौक और मुन्ना डेयरी मिनीमाता चौक का निरीक्षण किया गया।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान गाय के दूध से निर्मित खुले घी एवं बाजार में बिकने वाले ब्रांडेड घी जैसे-अनिक घी, पतंजलि घी, अमूल घी, गोवर्धन घी आदि के नमूने शंका के आधार पर संकलित किए गए हैं। इन नमूनों को वसा अम्ल संघटन और बीटा-सिटोस्टेरोल की मात्रा की जांच हेतु प्रयोगशाला भेजा गया है। रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत संबंधित फर्मों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि मानव उपभोग के लिए विक्रय किए जा रहे घी में वसा अम्ल और बीटा-सिटोस्टेरोल की मानक मात्रा का पाया जाना अनिवार्य है। वसा अम्ल शरीर को ऊर्जा देने, कोशिका झिल्ली के निर्माण और हार्मोन संश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जबकि बीटा-सिटोस्टेरोल एक फाइटोस्टेरोल है, जो कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित करने, प्रोस्टेट स्वास्थ्य सुधारने एवं प्रतिरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करने में सहायक होता है। उन्होंने कहा कि त्यौहारों के समय खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर जनसामान्य सजग रहें और विश्वसनीय दुकानों से ही प्रमाणित उत्पाद खरीदें। मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए सतर्कता आवश्यक है।
