Home छत्तीसगढ़ Rajat Kiran News : घरघोड़ा का जय स्तंभ चौक में ‘दुर्घटना का जाल’, अब नई एसडीएम से कार्रवाई की आस

Rajat Kiran News : घरघोड़ा का जय स्तंभ चौक में ‘दुर्घटना का जाल’, अब नई एसडीएम से कार्रवाई की आस

by P. R. Rajak
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घरघोड़ा (बबलू मोटवानी)। घरघोड़ा का सबसे व्यस्त और प्रमुख चौक — जय स्तंभ चौक — अब विकास और व्यवस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि अराजकता और दुर्घटनाओं का पर्याय बन चुका है। यहां दिन-ब-दिन बढ़ते अतिक्रमण, बेतरतीब ठेले-गाड़ियों की भरमार, और अव्यवस्थित यातायात ने इस स्थान को दुर्घटनाओं का हॉटस्पॉट बना दिया है।

रोजाना जाम, जान जोखिम में
चौक पर पैदल चलना भी किसी चुनौती से कम नहीं रहा। सब्ज़ी विक्रेताओं और अस्थायी दुकानों के कारण न सिर्फ वाहन चालकों को बल्कि पैदल यात्रियों को भी भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। बारिश के दिनों में स्थिति और भी भयावह हो जाती है, जब फिसलन भरी सड़क पर जाम और दुर्घटनाएं आम बात हो जाती हैं।

पुराना प्रशासन मौन, जनता त्रस्त
स्थानीय प्रशासन द्वारा कई बार केवल औपचारिकता के तहत निरीक्षण किया गया, लेकिन व्यवस्था सुधारने की कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। नतीजतन, जनता के धैर्य का बांध टूटता जा रहा था। नागरिकों ने कई बार नगर पंचायत और प्रशासन से गुहार लगाई, परंतु समस्या जस की तस बनी रही।

नई एसडीएम से जगी उम्मीद की किरण
इस बीच शासन द्वारा हाल ही में किए गए प्रशासनिक फेरबदल के तहत आईएएस दुर्गा प्रसाद को जांजगीर-चांपा से स्थानांतरित कर अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम), घरघोड़ा नियुक्त किया गया है। उनकी ताजपोशी के साथ ही नगरवासियों में एक नई उम्मीद की लहर दौड़ गई है।

लोगों का मानना है कि लंबे समय से लटके हुए मुद्दों, जैसे:

जय स्तंभ चौक से अतिक्रमण हटाना
ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना
अस्थायी दुकानों को नियमन करना
सड़क सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित करना

इन सभी पर अब ठोस और निर्णायक कार्यवाही हो सकती है।

नगर पंचायत और पुलिस प्रशासन को जल्द देना होगा जवाब
स्थानीय बुद्धिजीवी वर्ग और व्यापारी संगठन प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि अब बिना देरी के एक विशेष अभियान चलाकर जय स्तंभ चौक को व्यवस्थित किया जाए। साथ ही, पुलिस प्रशासन ट्रैफिक और नगर पंचायत को भी इस दिशा में अपनी जिम्मेदारी तय करनी होगी।

“सिर्फ ट्रांसफर नहीं, अब चाहिए ठोस एक्शन”
नगर के एक वरिष्ठ नागरिक ने कहा— “हर बार नए अफसर आते हैं, लेकिन व्यवस्था जस की तस रहती है। इस बार उम्मीद है कि दुर्गा प्रसाद जैसे ईमानदार और कर्मठ अधिकारी कुछ वास्तविक परिवर्तन लाएंगे।”

जनता की मांग:
जय स्तंभ चौक को अतिक्रमण मुक्त कर स्मार्ट चौक के रूप में विकसित किया जाए, जिससे नगर की छवि सुधरे और जनता को राहत मिले।

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