रायगढ़। पीएनबी मेटलाइफ पॉलिसी के नाम पर 5 लाख लेकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर पूरा पैसा अपने बैंक खाते में डालने के मामले में पुलिस ने आरोपी को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया।कोतवाली पुलिस के मुताबिक प्रार्थी बलबीर शर्मा (64 वर्ष) निवासी गजानंदपुर कॉलोनी रायगढ़ ने 28 जून 2025 को रिपोर्ट दर्ज कराया कि वर्ष 2020 में वह पंजाब नेशनल बैंक, रायगढ़ शाखा में रकम जमा करने गए थे। उसी दौरान उनके पुराने परिचित ने उन्हें बैंक में उपस्थित पीएनबी मेटलाइफ कंपनी के मैनेजर निकेश कुमार पांडेय से मुलाकात कराई जिसने निवेश के बेहतर विकल्प के बारे में बताया।निकेश कुमार पांडेय ने भरोसा दिलाया कि पीएनबी मेटलाइफ में पांच साल के लिए निवेश करने पर अच्छा लाभ मिलेगा।

भरोसे में लेकर आरोपी ने बलबीर शर्मा की पत्नी बाला देवी शर्मा के नाम से 5 लाख रुपये की पॉलिसी कराने के नाम पर चेक लिया और कागजी कार्रवाई करवा ली। करीब 10-12 दिन बाद आरोपी निकेश पांडेय उनके घर पहुंचा और बीमा से संबंधित पॉलिसी के दस्तावेज सौंपे।पांच साल बाद जब पॉलिसी की अवधि पूरी हुई तो प्रार्थी बलबीर शर्मा 17 जून 2025 को बैंक पहुंचे। वहां अधिकारियों ने जांच में बताया कि उस पॉलिसी नंबर पर किसी भी प्रकार की कोई बीमा पॉलिसी जारी नहीं हुई है और दिए गए दस्तावेज पूरी तरह फर्जी हैं।पॉलिसी फर्जी निकलने पर प्रार्थी ने आरोपी से संपर्क किया, लेकिन आरोपी टालमटोल करता रहा। जांच में पता चला कि पीएनबी मेटलाइफ के लिए दिया गया 5 लाख रुपये का चेक आरोपी ने अपनी बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा के व्यक्तिगत खाते में जमा कर लिया और रकम हड़प ली।
कोतवाली पुलिस ने बलबीर शर्मा की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 316/2024 धारा 420, 467, 468, 471 भादंवि के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के दिशा निर्देशन एवं नगर पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सुखनंदन पटेल के नेतृत्व में उपनिरीक्षक ऐनु देवांगन व टीम को आरोपी की गिरफ्तारी में लगाया गया।पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी निकेश कुमार पांडेय (41 वर्ष), निवासी वीर सावरकर नगर, हीरापुर टाटीबंध, रायपुर (छत्तीसगढ़) को हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि उसने प्रार्थी के पैसों को कंपनी में निवेश न कर खुद के खाते में डालकर रकम का निजी इस्तेमाल किया।पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। संपूर्ण कार्रवाई में थाना प्रभारी सुखनंदन पटेल, उपनिरीक्षक ऐनु देवांगन सहित पुलिस टीम की अहम भूमिका रही। मामले में आगे जांच जारी है।