Home छत्तीसगढ़ rajat Kiran News : धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष के तहत जागरूकता अभियान, 316 गांवों के जनजातीय परिवारों को मिलेगा विभिन्न योजनाओं का लाभ

rajat Kiran News : धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष के तहत जागरूकता अभियान, 316 गांवों के जनजातीय परिवारों को मिलेगा विभिन्न योजनाओं का लाभ

by P. R. Rajak
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जिले में 17 से 30 जून तक होंगे 42 जागरूकता एवं संतृप्ति शिविर

रायगढ़। धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर 2024 को किया गया था। इस अभियान का उद्देश्य जनजातीय गांवों तथा आकांक्षी जिलों में जनजातीय परिवारों के संतृप्ति शिविर लगाकर जनजातीय समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है। रायगढ़ जिले में संचालित योजना पीएम-जनमन की भांति अनुसूचित जातियों के बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान चलाया जा रहा है।

अभियान में 17 मंत्रालयों द्वारा संचालित किए जा रहे 25 गतिविधियों को सम्मिलित किया गया है। जिले में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष योजना अंतर्गत 316 ग्रामों का चिन्हांकन किया गया है। जिसमें जनपद पंचायत धरमजयगढ़ अंतर्गत 120, लैलूंगा में 77, तमनार में 42, खरसिया में 25, घरघोड़ा में 37, पुसौर में 5 एवं रायगढ़ में 10 ग्राम शामिल है, जिसमें कुल 42 शिविरों का आयोजन 30 जून 2025 तक किया जाएगा। जिसके तहत जिला स्तर पर आईईसी कैम्पन का आयोजन 17 से 20 जून 2025 तक किया जाएगा।

इसी प्रकार विकासखण्ड/ ग्राम पंचायत स्तरीय आईईसी कैम्प 17 से 30 जून तक आयोजित किया जाएगा। शिविर में अनुसूचित जनजातीय वर्ग के परिवार, सदस्यों का तत्कालिक गतिविधियां अंतर्गत आधार कार्ड, राशन कार्ड, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण-पत्र, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम किसान सम्मान निधि, जनधन खाता, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, सामाजिक सुरक्षा (वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन), रोजगार एवं कौशल विकास अंतर्गत (मनरेगा पीएम- विश्वकर्मा, मुद्रा ऋण) महिला एवं बाल विकास अंतर्गत पीएम मातृवंदन योजना का यथा संभव मौके पर पंजीयन किए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान योजनांतर्गत जिले में 316 आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में आयोजित शिविरों में विभिन्न योजना-गतिविधियों से लाभान्वित किया जाएगा।गौरतलब है कि रायगढ़ जिले के 316 ग्रामों में धरती आबा योजनांतर्गत आगामी 05 वर्षों में दीर्घकालिक गतिविधि अंतर्गत जनजातीय परिवारों को पक्का घर, गांवों में सड़क, बिजली, पानी, मोबाईल यूनिट्स, आवासीय विद्यालयों व छात्रावासों-आश्रमों के उन्नयन तथा कौशल विकास और रोजगार के अवसर की उपलब्धता इत्यादि गतिविधियों के माध्यम से जनजातीय बाहुल्य ग्रामों को शत-प्रतिशत संतृप्ति किया जाना है।

25 गतिविधियां शामिल

धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष योजना अंतर्गत चिन्हांकित जिन 25 गतिविधियों को शामिल किया गया है इनमें प्रधानमंत्री आवास योजना, संपर्क, जल आपूर्ति जल जीवन मिशन, सामुदायिक नल कनेक्शन, घरेलू विद्युतीकरण (पुर्ननिर्मित वितरण क्षेत्र)योजना, ऑफ-ग्रिड सोलर, नई योजना बिजली योजना, मोबाईल, मेडिकल यूनिट-राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, सिकल सेल रोग के व्यापक रोगी और सामाजिक समर्थन/जागरूकता हेतु सक्षमता केन्द्र (सीओसी)की स्थापना, आयुष्मान कार्ड-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, पीएम उज्जवला योजना, आंगनबाड़ी केन्द्र स्थापना पोषण अभियान, छात्रावास निर्माण-समग्र शिक्षा अभियान, पोषण विकास-राष्ट्रीय आयुष मिशन, सार्वभौमिक सेवा दायित्व निधि, कौशल भारत मिशन (मौजूदा योजना)/प्रस्ताव, डिजिटल पहल, टीकाऊ कृषि को बढ़ावा देना एफआरए पट्टा धारकों के लिए, मछली पालन को समर्थन-प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, पशुपालन विकास-राष्ट्रीय पशुधन मिशन, निर्माण क्षमता-राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान, जनजातीय गृह निवास-स्वदेश दर्शन, प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना, जनजातीय बहुउद्देशीय विपणन केन्द्र (टीएमएससी)की स्थापना, आश्रम विद्यालयों/ छात्रावासों/ आदिवासी विद्यालयों/ सरकारी आवासीय विद्यालयों के बुनियादी ढ़ाचे के उन्नयन और सुधार तथा आईएफआर और सीएफआर अधिकार प्रदान करना ओर सीएफआर प्रबंधन योजनाओं का निर्माण और क्रियान्वनयन शामिल है।

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