Raigah News: अतिक्रमणकारियों के हौसले इतने बुलंद हैं,कार्रवाई के अभाव में सरकारी जमीनों को बंदरबांट करने के साथ साथ अब उनकी नजर पूजा स्थल से लेकर मंदिरों पर भी होने लगी है। भूपदेवपुर में एक ऐसा ही मामला सामने आया है।जिसमें रसूखदारो ने अपने रसूख के दम पर गांव के देव मंदिर पर न सिर्फ कब्जा जमाया है बल्कि मकान निर्माण कर बकायदा घेराबंदी भी कर दी है।सबसे बड़ी बात तो यह है कि ग्रामीणों से लेकर पंचायत अमले ने मंदिर को कब्जे से आजाद कराने भरसक कोशिश की।लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई के अभाव में ही अवैध कब्जा करने वाले के हौंसले बुलंद हैं। हालांकि ग्रामीणों ने एक बार फिर कलेक्टर कार्तिकेया गोयल को ज्ञापन सौंप मामले की शिकायत की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर द्वारा खरसिया एसडीएम को मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
खरसिया विकासखण्ड के भूपदेवपुर पंचायत में पिछले सौ सालों से ग्रामीणों के आस्था और श्रद्धा का प्रमुख केंद्र समलाई गढ़ी बना हुआ है। किसी भी मंगालिक कार्यों को करने से पहले ग्रामीण हाई स्कूल मुख्य मार्ग पर स्थित समलाई मंदिर में पूजा अर्चना करना नहीं भूलते। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले कुछ सालों से गांव के इस मुख्य मंदिर को गांव के ही रसूखदार माने जाने वाले हेमसिंह पटेल और नरसिंह पटेल द्वारा जबरन न सिर्फ कब्जा जमा लिया बल्कि मंदिर की घेराबंदी कर मकान निर्माण भी कर दिया गया। मंदिर पर इस तरह से अतिक्रमण करने से लोगों को पूजा पाठ करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने कई बार पंचायत के साथ मंदिर को अतिक्रमण से मुक्त कराने कोशिश की,लेकिन हर बार की तरह प्रशासनिक सहयोग नहीं मिलने से उन्हें निराशा ही हाथ लगी। हालांकि इस बार गांव के लोगों ने एक बार फिर एकजुटता दिखाई है।कलेक्टर कार्तिकेय गोयल को सौंपे अपने ज्ञापन में तय मियाद में मंदिर को बेजा कब्जा से मुक्त नहीं कराने पर एक बड़े आंदोलन करने की बात कही है। ज्ञापन सौपने वालों में हरीश गुप्ता,ऋषि यादव बोधराम निषाद,टिकेश्वर पटेल, युवराज पटेल के साथ काफी अधिक संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।