देश के प्रत्येक विद्यार्थी की बनेगी यूनिक आईडी, छात्रों की शैक्षणिक प्रगति सहित अन्य उपलब्धियां रहेगी सुरक्षित
Raigarh News : देश के प्रत्येक विद्यार्थी की पहचान सुनिश्चित करने के लिए उन्हें यूनिक आईडी प्रदान की जाएगी। खास बात है कि अपार आईडी बनाने में रायगढ़ जिला लक्ष्य के विरूद्ध वेरिफिकेशन के आधार पर 70 प्रतिशत एवं दर्ज संख्या के आधार पर अब तक 39 प्रतिशत है। जिसके तहत अपार आईडी बनाने में रायगढ़ जिला छत्तीसगढ़ में दूसरे स्थान पर है। बताया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पना के अनुरूप इसके लिए ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री आईडी (अपार आईडी) योजना का पूरे देश में लागू किए जाने की पहल शुरू कर दी गई है। यह योजना तीन चरणों में लागू होगी। प्रथम चरण में कक्षा 9वीं से 12वीं तक अध्ययनरत विद्यार्थियों को अपार आईडी के रूप में यूनिक आईडी प्रदान की जाएगी। दूसरे चरण में कक्षा 6वीं से लेकर 8वीं तथा अगले चरण में पहली से लेकर पांचवीं तक विद्यार्थियों की यूनिक आईडी बनाई जाएगी।
इस योजना का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत विद्यार्थियों के समग्र विकास और शैक्षिक प्रगति को ट्रैक करने के साथ ही एक राष्ट्र एक छात्र आईडी की परिकल्पना को मूर्त रूप प्रदान करना है। अपार आईडी को डिजिलॉकर से जोड़ा जाएगा, जिसमें छात्रों की शैक्षिक प्रगति, परीक्षा परिणाम, रिपोर्ट कार्ड और अन्य उपलब्धियों का डिजिटल रिकॉर्ड सुरक्षित और आसानी से उपलब्ध होगा। यह आईडी भविष्य में उच्च शिक्षा और रोजगार के लिए क्रेडिट स्कोर के रूप में उपयोगी होगी।
भारत शासन के शिक्षा मंत्रालय ने सभी स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि पालक-शिक्षक बैठक में अभिभावकों से छात्रों की अपार आईडी बनाने के लिए सहमति ले। सहमति पत्र के आधार पर स्कूल के प्रधानाध्यापक या प्राचार्य यूडाईस प्लस पोर्टल पर जानकारी प्रविष्ट करने से आईडी स्वत: तैयार हो जाएगी। रायगढ़ जिला शिक्षा अधिकारी डॉ.राव ने जानकारी देते हुए बताया कि अपार आईडी बनाने में रायगढ़ जिला लक्ष्य के विरूद्ध वेरिफिकेशन के आधार पर 70 प्रतिशत एवं दर्ज संख्या के आधार पर अब तक 39 प्रतिशत है। जिसके तहत अपार आईडी बनाने में रायगढ़ जिला छत्तीसगढ़ में दूसरे स्थान पर है। प्रथम चरण में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए बनाए जा रहे है। जिसमें 325 हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल के कुल 54110 विद्यार्थियों में से 29881 छात्रों का वेरिफिकेशन हो गया है, जिसमें 21007 विद्यार्थियों का अपार आईडी जनरेट हो गया है।
क्या है छात्रों के लिए अपार आईडी?
अपार यानी ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री भारत के सभी छात्रों के लिए एक विशेष पहचान प्रणाली है। यह वन नेशन वन स्टूडेंट आईडी कार्यक्रम का हिस्सा है। अपार आईडी कार्ड छात्रों के लिए एक डिजिटल आईडी कार्ड है। यह कार्ड छात्रों की शैक्षणिक उपलब्धियों, डिग्री और अन्य जानकारी को ऑनलाइन एकत्र करने में मदद करता है। भारत भर के निजी और सरकारी स्कूलों या कॉलेजों में पढऩे वाले छात्रों के लिए एक डिजिटल आईडी कार्ड है।
अपार आईडी कार्ड के बारे में खास बातें
यह एक आजीवन आईडी नंबर होता है। यह कार्ड छात्रों के लिए स्कूल या कॉलेज जारी करता है। इस कार्ड को बनवाने के लिए कोई फीस नहीं देनी होती। यह कार्ड छात्रों की पहले से मौजूद आधार आईडी के अलावा एक यूनिक आईडी है। यह कार्ड छात्रों की शैक्षणिक यात्रा और उपलब्धियों को ट्रैक करता है। यह कार्ड एक स्कूल से दूसरे स्कूल में स्थानांतरण को आसान बनाता है। इस कार्ड के माध्यम से छात्रों को स्कॉलरशिप, एजुकेशन लोन, सरकारी योजनाओं का लाभ, अवॉर्ड आदि लेने में मदद करता है।हेल्प लाइन नम्बर जारी- अपार आईडी में किसी भी प्रकार की असुविधा के लिये शिक्षा विभाग द्वारा हेल्प लाईन नंबर जारी किया गया है। जिसमें जिला नोडल अधिकारी भुवनेश्वर पटेल एपीसी मोबा.न. 7000081311, प्रोग्रामर अखिलेश यादव मोबा.न.9329450078, 7987332911 एवं नारायण पटेल मोबा.न. 9165176735, 9098465443 पर सम्पर्क किया जा सकता है।