कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार ने प्रेसवार्ता में कहा,10 वर्षों में उत्पादन क्षमता को दुगुना करने का लक्ष्य
Raigarh News: रायगढ़ जिले के लारा में स्थापित एनटीपीसी के सुपर थर्मल पावर प्लांट बीते 250 दिन से बिना किसी रूकावट के चल रही है। यह एनटीपीसी लारा की उत्पादन दक्षता को दर्शाता है। कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बिना ब्रेक डाउन के लगातार ढाई सौ दिन से प्लांट अनवरत रूप से उत्पादन कर रही है। मौजूदा दौर में एनटीपीसी लारा की उत्पादन दक्षता 90 फीसदी है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
पर्यावरण सुरक्षा के साथ उर्जा उत्पादन के क्षेत्र विकासशील लारा संयंत्र के दो यूनिट की बिजली उत्पादन क्षमता 1600 मेगावाट की है। सुपर क्रिटिकल प्लांट श्रेणी के दोनों यूनिट के लिए कोयले की आपूर्ति रेलवे ट्रैक से की जा रही है। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी लारा अपने स्टेज थ्री में पानी का उपयोग बिना उपयोग किए एयरकूल टेक्नोलॉजी से बिजली का उत्पादन करेगी। नूतन वर्ष 2025 के अवसर पर आयोजित प्रेस मीट में एनटीपीसी लारा के कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार ने कहा कि एनटीपीसी पर्यावरण सुरक्षा और श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर है। एनटीपीसी का यह लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी का पावर जनरेशन की क्षमता को बढ़ाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।
देश में एनटीपीसी 76000 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रही है। वर्ष 2032 तक एनटीपीसी एक लाख मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता को क्रास कर लेगी। मौजूदा दौर में 20000 मेगावाट के संयंत्र अंडर कंस्ट्रक्सन है। उन्होंने कहा कि विभिन्न उर्जा सेक्टर से देश में 4 लाख मेगावाट बिजली का उत्पादन कर किया जा रहा है। सरकार ने 10 वर्षों में उत्पादन क्षमता को दुगुना करने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य के लिए एनटीपीसी अपनी सहभागिता के लिए तत्पर है। एनटीपीसी लारा में 800-800 मेगावाट के दो यूनिट अंडर कंस्ट्रक्सन है। इसके अलावा 800-800 सौ मेगावाट के दो यूनिट तीसरे स्टेज के लिए प्रस्तावित है। थर्ड स्टेज में एनटीपीसी लारा बिना पानी का उपयोग किए एयरकूल टेक्नोलॉजी से बिजली का उत्पादन करेगी। प्रेस वार्ता में प्रोजेक्ट जीएम रविशंकर,ओ एंड एम जीएम आशुतोष सतपथी,एच आर एजीएम जाकिर खान प्रमुख रूप उपस्थित रहे।
भूमि अधिग्रहण की जरूरत नहीं
एनटीपीसी लारा के कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार ने कहा कि एनटीपीसी बिजली उत्पादन के साथ सामुदायिक विकास की दिशा में काम कर रही है। क्षेत्र के प्रभावित 9 गांव में मूलभूत सुविधाओं के लिए सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी लारा के प्रस्तावित संयंत्रों के लिए अलग से भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं है। रोजगार उपलब्ध कराने के सवाल पर उन्होंने कहा एनटीपीसी लारा क्षेत्र के युवाओं के स्किल डेवलपमेंट के लिए आईटीआई जैसी संस्थाओं को बढ़ावा दे रही है। मौजूदा दौर में एनटीपीसी लारा में करीब दो हजार श्रमिकों को रोजगार से जोड़ा गया है। आने वाले दिनों में आवश्यकता बढ़ने पर इसकी संख्या में भी और इजाफा होगा।