Home क्राईम न्‍यूज Raigarh News : 17 लाख की ठगी कर फरार ठगबाज गिरफ्तार, महिलाओं को लोन दिलाने का झांसा देकर की थी ठगी

Raigarh News : 17 लाख की ठगी कर फरार ठगबाज गिरफ्तार, महिलाओं को लोन दिलाने का झांसा देकर की थी ठगी

by P. R. Rajak
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Raigarh News: धरमजयगढ़ पुलिस ने ग्राम खलबोरा की महिलाओं से करीब 17 लाख रुपये की ठगी कर फरार आरोपी धनसिंह अगरिया को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है। एसपी दिव्यांग पटेल के दिशा-निर्देशन एवं एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी के सतत मार्गदर्शन में धरमजयगढ़ पुलिस द्वारा फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है, अभियान के तहत शनिवार 3 मई को टीआई कमला पुसाम और उनकी टीम ने पत्थलगांव स्थित उसके ससुराल पालीडीह में दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा।

पुलिस के मुताबिक मामला वर्ष 2021-22 का है, जब आरोपी धनसिंह अगरिया ने Fincare Small Finance Bank व Belstar Microfinance Limited की धरमजयगढ़ शाखा से गांव की महिलाओं को लोन दिलाने का झांसा देकर फार्म भरवाया और प्रार्थिया सरस्वती यादव समेत अन्य महिलाओं के नाम पर 30-30 हजार रुपये के लोन स्वीकृत कराए। लोन की राशि 60 हजार रुपये में से उसने मात्र 10 हजार रुपये लौटाए और शेष रकम स्वयं रख ली। आरोपी ने शुरुआत में कुछ माह तक प्रति किश्त 1840 रुपये जमा किया, लेकिन जनवरी 2022 से किश्त भरना बंद कर गांव से फरार हो गया। जांच में सामने आया कि आरोपी ने केवल सरस्वती यादव ही नहीं, बल्कि गांव की अन्य 23 महिलाओं के नाम पर भी इसी तरह फर्जीवाड़ा कर कुल 17 लाख 16 हजार रुपये की ठगी की। 26 मार्च 2022 को शिकायत की जांच के बाद आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 40/2022 धारा 420 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया था।

लगातार फरारी के चलते वर्ष 2022 में आरोपी के विरुद्ध धारा 299 जाफौ के तहत चालान पेश किया गया था।थाना धरमजयगढ़ प्रभारी निरीक्षक कमला पुसाम ठाकुर द्वारा मामले में गंभीरता से विवेचना करते हुए आरोपी की पतासाजी के लिए मुखबिर लगाया गया था। हाल ही में सूचना मिलने पर कि आरोपी अपने ससुराल पालीडीह में छिपा है, धरमजयगढ़ पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए पत्थलगांव पहुंचकर घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया।
33 वर्षीय आरोपी धनसिंह अगरिया, निवासी ग्राम खलबोरा, थाना धरमजयगढ़ को पुलिस ने 3 मई को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा है। इस कार्रवाई में निरीक्षक कमला पुसाम ठाकुर और उनकी टीम में शामिल आरक्षक विनय तिवारी, कमलेश्वर राठिया और विजयानंद राठिया की अहम भूमिका रही। प्रकरण में आगे की जांच जारी है।

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