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Raigarh News: भाजपा के सदस्यता अभियान में टाप पर रहने वाले रायगढ़ जिले के पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल इन दिनों काफी हाई है। आगामी नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की आहट से भाजपा कार्यकर्ताओं के हौसले बेहद बुलंद हैं। हालांकि चुनाव के तारीखों की घोषणा अब तक नहीं हुई, बाबजूद इसके जिले में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में सरगर्मी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र में विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास नगरीय निकायों के चुनावों में पार्टी को तेजी से जुट जाने के संकेत दे रहे हैं।

रायगढ़ जिले में भाजपा ने सदस्यता अभियान को लेकर जो उत्साह दिखाया गया, आगामी नगरीय निकाय चुनाव और त्री स्तरीय पंचायत चुनाव में उसके साकारात्मक परिणाम सामने आने की संभावना जताई जा रही है।यह भाजपा के संगठनात्मक संरचना को विस्तार के साथ मजबूती प्रदान करने के संकेत कहें जा सकते हैं। राजनीति के जानकारों की मानें तो प्रदेश की सत्ता में लौटी भाजपा को रायगढ़ जिले में विधानसभा चुनाव में भले आशातीत सफलता नहीं मिली, लेकिन लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कसर निकाल ली। रायगढ़ जिले में भाजपा के एकलौते विधायक ओपी चौधरी की धमक विरोधी दल को पस्त किए है। सत्ता और संगठन में रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी की गूंज है। यह रायगढ़ जिले में भाजपा की राजनीति में नये दौर का प्रादुर्भाव माना जा रहा है।

रायगढ़ जिले में भाजपा के सदस्यता अभियान को बेहतर स्तर तक पहुंचाने में पार्टी के अनगिनत कार्यकर्ताओं का जो योगदान रहा उसका परिणाम तो सामने है, लेकिन सार्थक नेतृत्व की कमान जिन कंधों पर है उसकी भी प्रशंसा होनी ही चाहिए। रायगढ़ जिले में सदस्यता अभियान के संयोजक विकास केडिया और रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी का बेहतर नेतृत्व ही कहा जाएगा, जिसके बलबूते रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का सदस्यता अभियान एक लाख के आंकड़ों को पार कर गया और जिले में यह आंकड़ा तीन लाख को पार करने में सक्षम रहा। भाजपा की इस बढ़ती हुई ताकत से पार्टी कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह है। जो आगामी नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों में भाजपा को बेहतर परिणाम दिलाने में सक्षम साबित हो सकते हैं।
चुनौतियों को साधने जोश हाई
रायगढ़ जिले में नगरनिगम की सत्ता पर काबिज होने भाजपा के सामने जहां एक बड़ी चुनौती है। वहीं जिले के नगरीय और पंचायत क्षेत्र में अपना परचम लहराने की अग्नि परीक्षा सामने है। हालांकि प्रदेश में सत्ता वापसी के साथ भाजपा के तेवर काफी बदलें हुए हैं। अपने इस नये मिजाज से भाजपा अब हर मुश्किल को साधने में सक्षम दिख रही है, संभवतः यही वजह है कि पार्टी कार्यकर्ताओं का जोश हाई है।