*बैंक खातों में ऑनलाइन नॉमिनी फॉर्म भरने की आरबीआई ने दी सुविधा*
सारंगढ़ बिलाईगढ़, 29 नवंबर 2025/भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक खातों में नॉमिनी को लेकर वर्ष 2025 में एक बड़ा और अत्यंत महत्वपूर्ण बदलाव किया है जो देश के करोड़ों बैंक ग्राहकों को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करने वाला है। पहले जहां बैंक खाते में नॉमिनी जोड़ने या बदलने की प्रक्रिया काफी जटिल, समय लेने वाली और कभी-कभी निराशाजनक मानी जाती थी। अब आरबीआई के नए और प्रगतिशील निर्देशों के तहत इसे बेहद आसान, सुविधाजनक और उपयोगकर्ता अनुकूल बना दिया गया है। यह परिवर्तन डिजिटल बैंकिंग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आरबीआई के नवीनतम निर्देशों के अनुसार अब सभी बैंक ग्राहकों को अपने खातों में नॉमिनी की जानकारी को समय पर अपडेट करने का विशेष और सुगम मौका दिया जाएगा। यह नया नियम खास तौर पर उन लाखों खाताधारकों के लिए अत्यंत फायदेमंद और राहत भरा है जिन्होंने अभी तक विभिन्न कारणों से अपने बैंक खातों में नॉमिनी नहीं जोड़ा है। इसके साथ ही जिन ग्राहकों के खाते में पहले से दर्ज नॉमिनी की जानकारी पुरानी हो चुकी है या परिवार की परिस्थितियों में बदलाव आया है, उनके लिए भी यह सुविधा अत्यंत लाभदायक और समयोचित साबित होगी।
आरबीआई के इस सुधारात्मक निर्णय के बाद अब बैंक ग्राहक दो सुविधाजनक और लचीले माध्यमों से अपनी आवश्यकता और सुविधा के अनुसार नॉमिनी को जोड़ या बदल सकते हैं। पहला तरीका है ऑनलाइन बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग एप्लिकेशन के माध्यम से और दूसरा पारंपरिक तरीका है सीधे बैंक शाखा में जाकर। आरबीआई का यह दूरदर्शी और महत्वपूर्ण कदम विशेष रूप से ग्राहकों की अधिकतम सुविधा और दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। यह निर्णय ग्राहक केंद्रित बैंकिंग की दिशा में एक सराहनीय पहल है।
डिजिटल माध्यम से नॉमिनी अपडेट करने की यह आधुनिक सुविधा विशेष रूप से उन व्यस्त लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी और समय बचाने वाली है जो अपनी व्यावसायिक या व्यक्तिगत व्यस्तता के कारण बैंक शाखा में जाने में असमर्थ या असुविधा महसूस करते हैं। यह सुविधाजनक व्यवस्था कीमती समय की महत्वपूर्ण बचत करती है और पूरी प्रक्रिया को अत्यंत सरल और तेज बनाती है। ग्राहक अब अपने घर या कार्यालय की सुविधा से ही यह महत्वपूर्ण कार्य मात्र कुछ मिनटों में पूरा कर सकते हैं। इससे बैंकिंग प्रणाली में वित्तीय पारदर्शिता बढ़ेगी और परिवार की दीर्घकालिक आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
आरबीआई के नए नियम दो हजार पच्चीस के स्पष्ट और व्यापक प्रावधानों के अनुसार अब हर बैंक ग्राहक को अपने खाते में नॉमिनी की जानकारी को समय पर अपडेट करना अनिवार्य और आवश्यक कर दिया गया है। पहले के समय में यह प्रक्रिया पूरी तरह से वैकल्पिक थी और पूर्णतः ग्राहकों की व्यक्तिगत इच्छा और सुविधा पर निर्भर करती थी। लेकिन अब बैंक ग्राहकों को निर्धारित समय सीमा के भीतर नॉमिनी जोड़ने या पुरानी और अप्रासंगिक जानकारी को अपडेट करने के स्पष्ट और बाध्यकारी निर्देश दिए गए हैं।
यदि कोई ग्राहक निर्धारित समय सीमा में ऐसा नहीं करता है तो उसका बैंक खाता नॉन-कॉम्प्लायंट यानी अनुपालन न करने वाली कैटेगरी में डाल दिया जा सकता है। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि ग्राहकों को अब डिजिटल रूप से भी नॉमिनी अपडेट करने की अत्याधुनिक और सुविधाजनक सुविधा प्रदान की गई है। सभी सरकारी और निजी बैंक अपने मोबाइल एप्लिकेशन और नेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म पर यह विकल्प सुगमता और सरलता से उपलब्ध करा रहे हैं। यह व्यवस्था बैंकिंग को अधिक पारदर्शी और ग्राहक अनुकूल बनाती है।
*बदलाव से होने वाले व्यापक लाभ*
इस महत्वपूर्ण और दूरगामी बदलाव से न केवल देश की बैंकिंग प्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी बल्कि खाताधारक की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु या किसी अप्रत्याशित आकस्मिक स्थिति में परिवार को धन हस्तांतरण में भी अभूतपूर्व आसानी होगी। पहले के समय में अनेक दुखद मामलों में परिवारजनों को मृत खाताधारक का धन प्राप्त करने के लिए लंबी, जटिल और खर्चीली कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था। अब नॉमिनी की सही और अपडेट जानकारी होने से यह पूरी प्रक्रिया बहुत तेज, सरल और परेशानी मुक्त हो जाएगी।
यह व्यवस्था विशेष रूप से उन परिवारों के लिए राहत और सुरक्षा की बात है जो आर्थिक रूप से पूरी तरह से खाताधारक पर निर्भर हैं। नॉमिनी की उचित और सटीक जानकारी होने से परिवार को समय पर और बिना किसी देरी के वित्तीय सहायता मिल सकेगी। वे कठिन और भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण समय में गंभीर आर्थिक संकट से बच सकेंगे। साथ ही परिवार को अनावश्यक और तनावपूर्ण कानूनी प्रक्रियाओं, दस्तावेजीकरण और न्यायालय के चक्कर से भी महत्वपूर्ण राहत मिलेगी। यह व्यवस्था सामाजिक सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
*जरूरी सावधानियां और दस्तावेज*
आरबीआई ने यह भी बिल्कुल स्पष्ट और अनिवार्य रूप से निर्देशित किया है कि नॉमिनी की जानकारी अपडेट करते समय ग्राहकों को सही, प्रामाणिक और वैध दस्तावेज जमा करने होंगे। इन आवश्यक दस्तावेजों में नॉमिनी का आधार कार्ड या किसी अन्य सरकारी पहचान पत्र की सत्यापित प्रति मुख्य रूप से शामिल है। यदि किसी ग्राहक ने पहले नॉमिनी जोड़ा है लेकिन उसकी व्यक्तिगत या पारिवारिक स्थिति में महत्वपूर्ण बदलाव आया है जैसे विवाह, तलाक या किसी की मृत्यु, तो नई जानकारी को तुरंत और बिना देरी के बैंक में दर्ज कराना अत्यंत जरूरी और महत्वपूर्ण होगा।
इसके अलावा आरबीआई ने सभी सार्वजनिक और निजी बैंकों को यह विशेष और सख्त निर्देश भी दिया है कि वे अपने ग्राहकों को समय-समय पर एसएमएस, ईमेल या मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से नॉमिनी अपडेट की याद दिलाएं और उन्हें इसके महत्व के बारे में जागरूक करें। इस व्यवस्थित और पारदर्शी प्रक्रिया से बैंक और ग्राहक दोनों पक्षों के लिए भविष्य में किसी भी प्रकार के विवादों, मुकदमेबाजी या गलतफहमी की संभावना न्यूनतम हो जाएगी। यह सक्रिय संचार बैंक-ग्राहक संबंधों को मजबूत बनाता है।
*ऑनलाइन नॉमिनी बदलने की सरल प्रक्रिया*
बैंक खाताधारक अब अत्यंत आसानी से घर बैठे डिजिटल माध्यम से अपने नॉमिनी को जोड़ या बदल सकते हैं। इस आधुनिक सुविधा का लाभ उठाने के लिए ग्राहक को सबसे पहले अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल बैंकिंग एप्लिकेशन में अपने यूजर आईडी और पासवर्ड से लॉगिन करना होगा। सफलतापूर्वक लॉगिन करने के बाद ग्राहक को सर्विसेज या सेटिंग्स सेक्शन में जाकर नॉमिनी अपडेट या नॉमिनी मैनेजमेंट का विकल्प खोजकर उस पर क्लिक करना होगा।
इसके बाद नई नॉमिनी की सभी आवश्यक जानकारी जैसे पूरा नाम, जन्म तिथि, संबंध और संपर्क विवरण को अत्यंत सावधानीपूर्वक और सटीकता से दर्ज करना होगा। ग्राहक को ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड के माध्यम से अपनी पहचान को सुरक्षित रूप से सत्यापित करना होगा। यह ओटीपी पंजीकृत मोबाइल नंबर पर आएगा। इस संपूर्ण प्रक्रिया के सफलतापूर्वक पूरा होते ही बैंक के आधिकारिक रिकॉर्ड में नया नॉमिनी स्वचालित रूप से जुड़ जाएगा। कई प्रमुख बैंकों ने इस अपडेट को चौबीस घंटे के भीतर प्रभावी करने की त्वरित सुविधा प्रदान की है। यह प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित और विश्वसनीय है।
*आरबीआई के नियम का मूल उद्देश्य*
आरबीआई का प्राथमिक और सर्वोच्च उद्देश्य इस नए नियम के माध्यम से देश की बैंकिंग प्रणाली को और अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और ग्राहक अनुकूल बनाना है। पहले के समय में कई दुखद और जटिल मामलों में खाताधारक के दुर्भाग्यपूर्ण और असामयिक निधन के बाद परिवारजनों को जमा धन प्राप्त करने में अनेक कठिनाइयों, देरी और कानूनी जटिलताओं का सामना करना पड़ता था। कई बार तो वर्षों तक धन अटका रहता था। अब इस नए नियम के प्रभावी रूप से लागू होने से खाताधारक की मृत्यु के बाद धन का हस्तांतरण तेजी से और बिना किसी विवाद या कानूनी अड़चन के संभव होगा।
साथ ही यह नियम डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली कदम है। ग्राहकों को अपनी दीर्घकालिक वित्तीय योजना को मजबूत करने और परिवार की समग्र आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह बदलाव बेहद फायदेमंद और दूरदर्शी साबित होगा। नॉमिनी की सही और अपडेट जानकारी होने से परिवार को भविष्य में किसी भी आकस्मिक या अप्रत्याशित स्थिति में गंभीर वित्तीय कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
आरबीआई का यह नया नियम बैंक ग्राहकों और उनके परिवारों की वित्तीय सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण और स्वागत योग्य कदम है। यह न केवल प्रक्रिया को सरल बनाता है बल्कि डिजिटल युग में बैंकिंग को अधिक सुलभ बनाता है। सभी बैंक ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और तुरंत अपने खातों में नॉमिनी की जानकारी को जोड़ें या अपडेट करें। यदि आपने अभी तक यह नहीं किया है तो आज ही अपने बैंक की मोबाइल एप्लिकेशन या वेबसाइट पर जाएं या नजदीकी बैंक शाखा में संपर्क करें। यह छोटा सा कदम आपके परिवार के भविष्य की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।


