घरघोड़ा। बुधवार को साप्ताहिक बाजार के साथ दिवाली की चहल-पहल ने घरघोड़ा नगर को मानो ठहरा दिया। सुबह से ही जय स्तंभ चौक और मुख्य बाजार में गांव-गांव से पहुंचे खरीददारों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हर कोई दीपावली की खरीदारी में व्यस्त था, पर प्रशासन की लापरवाही के चलते नगर का यातायात पूरी तरह चरमरा गया।

जय स्तंभ चौक से लेकर मुख्य बस स्टैंड तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। मोटरसाइकिलें, ऑटो और चारपहिया वाहन सड़कों पर ऐसे अटके कि लोगों को घंटेभर तक जाम में फंसे रहना पड़ा। महिलाएं और बच्चे धूप में परेशान होते रहे, बुजुर्ग पैदल निकलने की कोशिश करते रहे लेकिन कहीं से भी राहत नहीं मिली।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि प्रशासन की अनदेखी के कारण हर साल त्योहारों पर यही हाल देखने को मिलता है। “भीड़ बढ़ने की जानकारी पहले से होती है, फिर भी कोई ट्रैफिक प्रबंधन नहीं किया जाता। पुलिस चौकी पास में है लेकिन एक जवान तक नहीं दिखा,” एक नाराज़ व्यापारी ने कहा।

बाज़ार में जाम और अफरा-तफरी के बीच दुकानों पर खरीदारों की भीड़ टूट पड़ी। मिठाइयों, कपड़ों, खिलौनों और सजावटी सामान की दुकानों में जमकर खरीदारी हुई, पर इस रौनक के बीच प्रशासन की नाकामी साफ झलकती रही।
नागरिकों ने तीखी नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि नगर प्रशासन अपनी नींद से जागे। त्योहारों और बाजार के दिनों में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए ताकि घरघोड़ा के लोग और आने वाले ग्रामीण खरीददार इस तरह की अव्यवस्था से मुक्ति पा सकें।



