घरघोड़ा। वर्षों से उपेक्षा और लापरवाही का शिकार नगर का ऐतिहासिक बागमुड़ा तालाब आखिरकार अपने असली रूप में लौटने की दिशा में बढ़ चला है। तालाब में फैली जलकुंभी और गंदगी की खबर अखबार में छपने के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी ने तुरंत एक्शन लेते हुए खुद मैदान में उतरकर सफाई अभियान का नेतृत्व किया।
सुबह-सुबह तालाब किनारे सफाई कर्मियों की टीम और मशीनरी जुटी, लेकिन सबसे खास नज़ारा तब देखने को मिला जब अध्यक्ष खुद पानी किनारे खड़े होकर सफाई की निगरानी करते नज़र आए। जलकुंभी के बड़े-बड़े ढेर मशीन से निकाले गए, किनारों पर जमी गंदगी हटाई गई और तालाब का स्वरूप धीरे-धीरे साफ होता दिखने लगा।स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्षों से तालाब की यह दुर्दशा देख-देखकर वे परेशान थे, लेकिन किसी जनप्रतिनिधि ने इतनी गंभीरता और तत्परता से पहल नहीं की। सुरेंद्र चौधरी ने साबित कर दिया कि सच्चा नेता वही है जो सिर्फ दफ्तर में बैठकर आदेश न दे, बल्कि खुद मैदान में उतरकर जनता की समस्या का समाधान करे।

अध्यक्ष चौधरी ने क्या कहा ?
“तालाब सिर्फ जल का स्रोत नहीं, बल्कि हमारी आस्था और परंपरा का प्रतीक है। इसे गंदगी से मुक्त कर सुंदर और स्वच्छ बनाना हमारी जिम्मेदारी है। मैं इस काम को पूरी तरह तब तक नहीं रोकूंगा, जब तक तालाब पूरी तरह साफ और हरा-भरा न हो जाए।”नगरवासियों ने इस अभियान को ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि अगर हर नेता इसी तरह जनता के बीच उतरकर काम करे, तो नगर की तस्वीर बदलने में देर नहीं लगेगी।