Home रायगढ़ सारंगढ़ बी.एम.ओ के संशोधित तबादला आदेश को निरस्त करते हुए उनका स्थानंतरण पत्थलगाँव करने हेतु जिला एन.एस.यू.आई ने खोला मोर्चा।

सारंगढ़ बी.एम.ओ के संशोधित तबादला आदेश को निरस्त करते हुए उनका स्थानंतरण पत्थलगाँव करने हेतु जिला एन.एस.यू.आई ने खोला मोर्चा।

by P. R. Rajak Chief Editor
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*सारंगढ़ बी.एम.ओ के संशोधित तबादला आदेश को निरस्त करते हुए उनका स्थानंतरण पत्थलगाँव करने हेतु जिला एन.एस.यू.आई ने खोला मोर्चा।*

सारंगढ़ – छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग में बड़े पैमाने पर तबादला हुआ है । चिकित्सा विभाग द्वारा आदेश जारी किया है। जिसमें सारंगढ़ बिलाईगढ जिले के स्वास्थ्य विभाग में लंबे समय से पदस्थ डाक्टरों के तबादला होने के बाद भी संशोधित आदेश के तहत तबादला रोक दिया गया है। जिसको लेकर एन एस यू आई जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा के निर्देश पर जिले भर में एन.एस. यू. आई कार्यकर्ताओं ने आज बुधवार को, एन.एस.यू.आई विधानसभा अध्यक्ष अंकित पटेल के नेतृत्व में कलेक्टरेट में अपर कलेक्टर को,सरिया ब्लॉक अध्यक्ष निखिल डनसेना के नेतृत्व में तहसील कार्यालय सरिया में तहसीलदार को,बरमकेला ब्लॉक अध्यक्ष दुर्गेश पटेल के नेतृत्व में तहसील कार्यालय बरमकेला में बरमकेला तहसीलदार को, एवं सरसींवा ब्लॉक अध्यक्ष प्रियांशु जांगड़े के नेतृत्व में तहसील सरसीवा में सरसींवा तहसीलदार को पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।

ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि सारंगढ़ जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लंबे समय से पदस्थ दो डॉक्टर आर एल सिदार और डॉ सुरेश कुमार खूंटे का हाल ही में तबादला क्रमशः पत्थलगांव और कोडागांव किया गया था। जनता आस लगाए बैठी थी कि सारंगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कर्म प्रधान डॉक्टर मिलने जा रहा है। जो कि शासकीय अस्पताल में भर्ती मरीजों को अच्छे से इलाज व समय की उपलब्धता प्रदान करें। एनएसयूआई ने बी.एम.ओ आर. एल.सिदार पर आरोप लगाया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सारंगढ़ में पदस्थ डॉक्टर सरकारी समय में खुद की निजी क्लीनिक में अपना समय देते हैं। जो की पूर्ण रूप से सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के जान से खिलवाड़ है। व सरकारी नियमों का उल्लंघन को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यहां डॉ आर एल सिदा डॉक्टर विगत 25 वर्षों से ही पदस्थ है। इनका खुद का निजी अस्पताल भी सारंगढ़ में है। लंबे समय से एक स्थान पर पदस्थ रहने पर दोनों मगरा गए हैं। एन एस यू आई ने दोनों डॉक्टरों का तबादला हो अन्यथा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।सारंगढ़ – छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग में बड़े पैमाने पर तबादला हुआ है । चिकित्सा विभाग द्वारा आदेश जारी किया है। जिसमें सारंगढ़ बिलाईगढ जिले के स्वास्थ्य विभाग में लंबे समय से पदस्थ डाक्टरों के तबादला होने के बाद भी संशोधित आदेश के तहत तबादला रोक दिया गया है। जिसको लेकर एन एस यू आई जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा के निर्देश पर जिले भर में एन.एस. यू. आई कार्यकर्ताओं ने आज बुधवार को, एन.एस.यू.आई विधानसभा अध्यक्ष अंकित पटेल के नेतृत्व में कलेक्टरेट में अपर कलेक्टर को,सरिया ब्लॉक अध्यक्ष निखिल डनसेना के नेतृत्व में तहसील कार्यालय सरिया में तहसीलदार को,बरमकेला ब्लॉक अध्यक्ष दुर्गेश पटेल के नेतृत्व में तहसील कार्यालय बरमकेला में बरमकेला तहसीलदार को, एवं सरसींवा ब्लॉक अध्यक्ष प्रियांशु जांगड़े के नेतृत्व में तहसील सरसीवा में सरसींवा तहसीलदार को पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।

ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि सारंगढ़ जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लंबे समय से पदस्थ दो डॉक्टर आर एल सिदार और डॉ सुरेश कुमार खूंटे का हाल ही में तबादला क्रमशः पत्थलगांव और कोडागांव किया गया था। जनता आस लगाए बैठी थी कि सारंगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कर्म प्रधान डॉक्टर मिलने जा रहा है। जो कि शासकीय अस्पताल में भर्ती मरीजों को अच्छे से इलाज व समय की उपलब्धता प्रदान करें। एनएसयूआई ने बी.एम.ओ आर. एल.सिदार पर आरोप लगाया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सारंगढ़ में पदस्थ डॉक्टर सरकारी समय में खुद की निजी क्लीनिक में अपना समय देते हैं। जो की पूर्ण रूप से सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के जान से खिलवाड़ है। व सरकारी नियमों का उल्लंघन को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यहां डॉ आर एल सिदा डॉक्टर विगत 25 वर्षों से ही पदस्थ है। इनका खुद का निजी अस्पताल भी सारंगढ़ में है। लंबे समय से एक स्थान पर पदस्थ रहने पर दोनों मगरा गए हैं। एन एस यू आई ने दोनों डॉक्टरों का तबादला हो अन्यथा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

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